गिरिडीह के जमुआ के सेवईटांड़ में दलित समुदाय और मुस्लिम समुदायों के लोगों के बीच तनाव हो गया जिसे शांत करने के लिए आखिरकार पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा। दलित एक शव को लेकर अंतिम यात्रा पर जा रहे थे तभी मुसलमानों ने यह कहकर रास्ता रोका कि हमारी पुश्तैनी सड़क है। इसी को लेकर दोनों पक्ष आपस में भिड़ गए।
05 Jan 2024
जमुआ (गिरिडीह) : जमुआ थाना के सेवईटांड़ में एक दलित के शव को श्मशान घाट जाने से रोक दिया गया। ऐसा मुस्लिम समुदाय के कुछ लोगों ने किया, जिसके बाद काफी तनाव की स्थिति वहां उत्पन्न हो गई। सूचना पर पुलिस ने पहुंच कर मामले को किसी तरह सुलझाया। पुलिस के हस्तक्षेप के बाद स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन दलित समुदाय के लोग आक्रोशित हैं।
हमारी पुश्तैनी जमीन है- कहकर मुस्लिमों ने रोका रास्ता
ग्रामीणों ने बताया कि सेवईटांड़ के इतवारी रविदास की गुरुवार सुबह मौत हो गई। उनके शव को अंत्येष्टि के लिए गांव के श्मशान घाट ले जाया जा रहा था। रज्जाक मियां वगैरह ने आकर शवयात्रा को यह कहकर रोक दिए कि जिस रास्ते से लाश ले जाया जा रहा है, वह उनकी पुश्तैनी जमीन है। इधर, गांव के दलित लोगों का कहना है कि उक्त जमीन में आम रास्ता सर्वे खतियान के समय से है।
पुलिस ने हस्तक्षेप कर मामले को शांत कराया
रास्ते को लेकर हुए विवाद को बढ़ता देख किसी ने जमुआ थाना में फोन कर इस बात की जानकारी दी। मौके की नजाकत को भांपते हुए थाना प्रभारी विपिन कुमार दल बल वहां पहुंचे। थानेदार के साथ सीओ संजय पांडेय और विधायक प्रतिनिधि केदार यादव ने दोनों पक्षों को समझा बुझाकर मामला शांत किया। डेढ़ घंटे के बाद शव को श्मशान तक ले जाया जा सका। कहा गया कि रविवार को दोनों समुदाय के लोग बैठ कर समस्या का हल निकलेंगे।