जमशेदपुर MGM में बी-पाजिटिव मरीज को चढ़ा दिया ओ-पाजिटिव खून, अस्‍पताल में हड़कंप, सख्‍त कार्रवाई का निर्देश

जमशेदपुर एमजीएम से एक चौंकानेवाला मामला सामने आया है। यहां एडमिट एक बी-पॉजिटिव ब्‍ल ग्रुप वाले मरीज को ओ-पॉजिटिव ब्‍लड ग्रुप चढ़ा दिया गया। इससे अस्‍पताल में हड़कंप मच गया। अस्पताल प्रबंधन ने इसे बड़ी लापरवाही मानते हुए कार्रवाई का सख्त निर्देश दिया है। वह तो गनीमत है कि गलती से चढ़ाया गया खून ओ-पा‍ॅजिटिव है नहीं तो मौत भी हो सकती थी।

03 Jan 2024

जमशेदपुर : महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल काॅलेज अस्पताल की बड़ी लापरवाही सामने आई है। दरअसल, मेडिकल वाॅर्ड में भर्ती एक मरीज को दूसरे ब्लड ग्रुप का खून चढ़ा दिया गया है। इससे पूरे अस्पताल में हड़कंप मचा हुआ है। अस्पताल प्रबंधन ने इसे बड़ी लापरवाही मानते हुए कार्रवाई का सख्त निर्देश दिया है।

बी-पाॅजिटिव मरीज को चढ़ाया गया ओ-पॉजिटिव खून

मेडिकल वाॅर्ड के बेड नंबर 10 पर भर्ती गोविंद सिंह के शरीर में खून की कमी सहित अन्य बीमारी है। तबीयत खराब होने पर उन्हें भर्ती कराया गया था। इस दौरान चिकित्सकों ने खून चढ़ाने की सलाह दी। इसके बाद मरीज को ब्लड बैंक से ओ-पाॅजिटिव खून लाकर चढ़ा दी गई। जबकि मरीज का ब्लड ग्रुप बी-पाॅजिटिव है। चिकित्सकों का कहना है कि संयोग अच्छा था कि मरीज को ओ-पाॅजिटिव खून चढ़ा है अन्यथा कोई बड़ी अनहोनी हो सकती थी। चूंकि, ओ-पाजिटिव ब्लड ग्रुप को यूनिवर्सल ब्लड ग्रुप कहा जाता है। इमरजेंसी में किसी भी मरीज को यह ब्लड ग्रुप चढ़ाया जा सकता है लेकिन यहां पर भारी लापरवाही हुई है।

प्रारंभिक जांच की रिपोर्ट

इस मामले की जांच एक टीम कर रही है। टीम के सदस्यों ने बताया कि प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि मेडिकल वार्ड से ब्लड बैंक में गलत सैंपल भेजा गया है। उसके आधार पर ब्लड बैंक ने खून दे दिया। इसके बाद उसे चढ़ा भी दिया गया, जो बड़ी लापरवाही है। दरअसल, मरीज को खून चढ़ाने से पूर्व उसका नमूना लिया जाता है। यहां पर नमूना किसी का और उसमें नाम किसी दूसरे मरीज का लिखकर ब्लड बैंक भेज दिया गया। जिसके कारण यह बड़ी लापरवाही हुई है.

20 दिसंबर को भी आया था गलत खून चढ़ाने का मामला

एमजीएम में इससे पूर्व भी गलत खून चढ़ाने का मामला सामने आ चुका है। 20 दिसंबर 2023 को भी एमजीएम में एक गर्भवती महिला को खून चढ़ाने का मामला सामने आया था। उस मामले की भी जांच चल रही है। इस मामले में जल्द ही कार्रवाई हो सकती है। वर्ष 2022 में भी एमजीएम में एक मरीज को दूसरे ब्लड ग्रुप का खून चढ़ा दिया गया था।

गलत खून चढ़ाने से हो सकती है मौत

चिकित्सकों का कहना है कि यदि किसी व्यक्ति में दूसरे ब्लड ग्रुप का खून दिया जाए तो यह उस व्यक्ति के लिए जानलेवा साबित हो सकता है। ब्लड में अलग तरह के एंटीजन आने पर रिएक्शन शुरू होती है ब्लड सर्कुलेशन रुक जाता है। साथ ही हीमोग्लोबिन प्लाज्मा में गिरने लगता है और हीमोग्लोबिन भी बिलीरुबिन नाम के एक सब्सटांस में बदलने लगता है।

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