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भोपाल के लोगों के खातों से हर दिन छह लाख रुपये उड़ा देते हैं साइबर ठग

यूपीआइ एप और क्यूआर कोड की मदद से सबसे ज्यादा ठगी की गई है। करीब 1213 शिकायतें इससे ठगी को लेकर दर्ज हैं।

26 Dec 2023

भोपाल : भोपालियों के खातों से हर दिन छह लाख रुपये साइबर ठग उड़ा देते हैं। इनके जाल में उलझकर इस साल अभी तक शहरवासी 22 करोड़ रुपये गंवा चुके हैं। हालांकि 5785 शिकायतों के बाद साइबर क्राइम पुलिस ने 99 लाख रुपये होल्ड कर लिए हैं।

ठगी यूपीआइ और क्यूआर कोड की मदद से

इसमें चौंकाने वाली बात यह है कि करीब 1213 ठगी यूपीआइ और क्यूआर कोड की मदद से आनलाइन की गई है। शिकायतों के अनुसार ठगी के नौ मामलों में आधार कार्ड की मदद ली गई है। साइबर पुलिस उपायुक्त का मानना है कि समय-समय पर लोगों को साइबर ठगों से सावधान रहने के लिए एडवाइजरी जारी कर रहे हैं। इसके बाद भी ठग अलग-अलग तरीके से झांसा देकर लोगों को अपने जाल में फंसा लेते हैं।

5785 शिकायतें पहुंची

बता दें कि साइबर क्राइम के पास जनवरी से 15 दिसंबर 2023 तक 5785 शिकायतें पहुंची हैं। इनमें भोपाल के रहने वाले लोगों ने करीब 22.62 करोड़ रुपये खाते से धोखे से निकालने की बात कही है। इस लिहाज से हर माह करीब 1.96 करोड़ की राशि साइबर ठगों ने भोपालियों के खातों से निकाले हैं।

यूपीआइ एप और क्यूआर कोड से सबसे अधिक ठगी

यूपीआइ एप और क्यूआर कोड की मदद से सबसे ज्यादा ठगी की गई है। करीब 1213 शिकायतें इससे ठगी को लेकर दर्ज हैं। दूसरे नंबर पर 1008 शिकायतें इंटरनेट मीडिया पर शोषण की हैं। तीसरे नंबर पर 666 शिकायतें एटीएम और क्रेडिट कार्ड की मदद से ठगी की है। सबसे कम नौ शिकायतें आधार कार्ड से ठगी को लेकर हैं।

इस तरह से इतनी ठगी

यूपीआइ, क्यूआर कोड से ठगी:1213

इंटरनेट मीडिया से:1005

कार्ड के माध्यम से: 666

सामान खरीदने के नाम पर:493

अज्ञात लेनदेन: 439

गलत पहचान बताकर: 428

लोन के नाम पर: 284

टास्क देने के नाम पर: 256

नौकरी के नाम पर: 218

लिंक भेजकर: 144

मिरर एप से ठगी: 126

सेक्सटार्शन: 91

ट्रेडिंग के माध्यम से: 86

ओटीपी के माध्यम से: 79

कस्टमर केयर के नाम पर: 53

कस्टमर ठगी: 44

बीमा के नाम पर: 39

बिजली बिल के नाम पर: 38

लौटरी के नाम पर: 35

केवायसी के नाम पर:29

आधार कार्ड से ठगी: 9

लोगों को सतर्क करने के लिए समय-समय पर एडवाइजरी जारी करते हैं। आने वाले समय में और सावधान रहने की जरूरत है, तभी इस प्रकार की ठगी से बचा जा सकता है।

श्रुतकीर्ति सोमवंशी, डीसीपी, साइबर क्राइम