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नई दिल्ली . राजधानी में लोगों को अभी भी गठबंधन से राहत नहीं मिल रही है। शुक्रवार को वायु गुणवत्ता बेहद खराब श्रेणी में रही। अधिकांशतः एशिया का वायुसैनिक संयंत्र (एक्यूआई) 300 किमी के पार है।
इस बार लोग कलाकार के दूसरे पखवाड़े से ही खराब हवा में सांस ले रहे हैं। इस बीच एक भी दिन ऐसा नहीं रहा, जब एयरोस्पेस इंजीनियर 200 से नीचे आया हो। परमाणु ईंधन नियंत्रण बोर्ड के अनुसार, शुक्रवार को दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता शोधकर्ता 323 आ रहा है। इस स्तर की हवा को बेहद खराब श्रेणी में रखा जाता है। एक दिन पहले गुरुवार को यह 326 था। चौबीस घंटे के भीतर इसमें केवल तीन बिंदुओं का सुधार हुआ है।
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मानक से कई गुणा अधिक रहने वाले प्रदूषण मानक के अनुसार, हवा में 10 का स्तर 100 से और बाकी 2.5 का स्तर 60 से कम होने पर उसे स्वास्थ्यवर्धक माना जाता है, लेकिन शुक्रवार शाम को दिल्ली-महाराजा की हवा में 10 का औसत स्तर 289 और अन्य 2.5 का औसत स्तर 154 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर पर रहता है, यानि राजधानी दिल्ली की हवा में मानक से लेकर तेज़ गति तक के कण मौजूद हैं, जो कि मशहूर बात है।
प्रदूषक सहायक प्रणाली का ब्रेकाव धीमी वायुगतिकी पूर्व चेतावनी के अनुसार, अगले तीन-चार दिन तक हवा की गति चार से आठ किलोमीटर प्रति घंटा तक रह सकती है। इसके बने रहने वाले उत्पादकों की कमी बनी रहेगी और लोगों को खराब हवा से कोई फर्क नहीं पड़ेगा।
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