निडर बिल्डर, बेबस अथॉरिटी – Lok Shakti
November 1, 2024

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निडर बिल्डर, बेबस अथॉरिटी

प्रमुख बातें
कार्रवाई के बाद भी खत्म नहीं हो रही बिल्डरों की मनमानी
500 से अधिक डेवलपर्स समय पर नहीं कर पाये फ्लैट हैंडओवर
रेरा ने 304 प्रोजेक्ट किये हैं रद्द, 51 बिल्डरों पर 37.5 लाख जुर्माना
आरआरडीए क्षेत्र में अवैध ले आउट पर हुए हैं 547 कंस्ट्रक्शन
रोक के बावजूद जारी है 47 हाउसिंग सोसाइटी में कंस्ट्रक्शन
कार्रवाई सिर्फ कागजों पर, साइट पर धडल्ले से चल रहा काम
भू-माफिया के साथ मिलकर 163 जलाशय निगल गए डेवलपर्स

Satya Sharan Mishra

Ranchi : झारखंड में अपार्टमेंट कल्चर बढ़ने के साथ ही बिल्डर और डेवलपर्स की मनमानी भी बढ़ गई है. बिल्डर्स नियम-कानून को ठेंगा दिखा कर अपार्टमेंट खड़े कर रहे हैं. बिल्डर्स कहीं नदी-तालाब निगल गये, कहीं मास्टर प्लान का उल्लंघन किया, तो कहीं सीएनटी लैंड को हड़प कर बिल्डिंग खड़ी कर रहे हैं. निडर होकर बिल्डर्स गैरकानूनी तरीके से काम कर रहे हैं. इनकी मनमानियों से खरीदार भी परेशान हैं. झारखंड में 500 से अधिक डेवलपर्स ऐसे हैं, जिन्होंने ग्राहकों से साल-दो साल में फ्लैट हैंडओवर करने का वादा किया था, लेकिन 5 साल बाद भी फ्लैट तैयार ही नहीं हुआ है. वहीं सिर्फ राजधानी रांची में 547 लोगों ने अवैध नक्शे पर कंस्ट्रक्शन कर दिया है. इनमें से 47 हाउसिंग सोसाइटी हैं. बिल्डिंग, बिल्डरों और बिल्डिंग के नक्शे पर निगरानी रखने वाली रियल इस्टेट रेगुलेटरी अथॉरिटी (रेरा) और रांची रिजनल डेवलमेंट अथॉरिटी (आरआरडी) लगातार ऐसे डेवलपर्स पर कार्रवाई कर रही है. उन्हें कई बार नोटिस भेजा गया. प्रोजेक्ट्स रद्द कर दिया गये. कंस्ट्रक्शन पर रोक लगा दी गई, लेकिन यह सब सिर्फ कागजों में हुआ है. साइट पर अब भी काम जारी है.

बिल्डरों पर रेरा की कार्रवाई

शहरी क्षेत्र में किसी भी कामर्शियल बिल्डिंग के निर्माण के लिए प्रोजेक्ट को झारेरा से रजिस्टर्ड होना जरूरी है. डेढ़ हजार से अधिक बिल्डरों ने अपने प्रोजेक्ट के रजिस्ट्रेशन के लिए रेरा को आवेदन दिया, लेकिन उनमें से 304 बिल्डर रजिस्ट्रेशन के लिए मांगे गये तमाम डाक्यूमेंट जमा ही नहीं कर पाये. रेरा ने इन सभी प्रोजेक्ट्स को रिजेक्ट कर दिया है इसके बावजूद उन प्रोजेक्ट्स का काम जारी है. कई अपार्टमेंट तो बन भी गए और लोग उसमें रहने लगे हैं. रेरा ने अब प्रोजेक्ट में देर करने वाले बिल्डरों पर कार्रवाई करना शुरू कर दी है. सभी बिल्डरों को हर तीन महीने में प्रोजेक्ट का रिपोर्ट सौंपने का नियम अनिवार्य कर दिया है. खरीदारों से पैसे लेने के बाद भी सैकड़ों बिल्डर्स धीमी गति से काम कर रहे हैं. पिछले एक हफ्ते में ऐसे ही 51 बिल्डरों पर रेरा ने कार्रवाई की है. उनपर 37.5 लाख रुपए जुर्माना लगाया गया है. इनमें रांची, धनबाद, जमशेदपुर, बोकारो, चाईबासा और सरायकेला समेत कई जिलों के बिल्डर्स शामिल हैं. जिनपर जुर्माना लगाये गये हैं उनमें 24 बड़े प्रोजेक्ट्स शामिल हैं.

इन 24 बड़े प्रोजेक्ट्स पर लगा है जुर्माना

प्रोजेक्ट                                                       स्थान

ओंकारा रेसीडेंसी                                कटहल मोड, रांची

बीमा इनक्लेव                                 शास्त्री नगर, कांके रोड, रांची

संपूर्णा आशा इनक्लेव                        चास, बोकारो

श्रीजन                                            चास, बोकारो

अम्बे सिटी फेज-3                         चास, बोकारो

शिव साईं वाटिका                          चुटिया, रांची

मधु इनक्लेव                                  आदित्यपुर

गार्डेनिया                                पिस्का मोड़, रांची

ग्रीन वूड्स                                  कांके रोड, रांची

एपी सिंह एनक्लेव पालिटेक्निक कालेज, धनबाद

सुलोचना कृपा गार्डन                   नामकुम रांची

रायल पालमस्                            पुदांग, रांची

महेश टावर                             स्टेशन रोड, गम्हरिया

मैजेस्टिक मां लक्ष्मी अपार्टमेंट     चास, बोकारो

सुर्यम टावर                        रानी बगान, बरियातु

सालीटेयर                                    मेन रोड, रांची

अहिल्या एनक्लेव                        बरियातु, रांची

रंजीत रेजिडेंसी                     अपर बाजार, रांची

लैवेंडर                                अशोक नगर, रांची

आनंदम                               ब्लाक – डी चास-बोकारो

उर्वषी हाईट                           कांके रोड, रांची

शिवालय अपार्टमेंट                 बाहुडीह, धनबाद

ड्रीम रेसीडेंसी                           पुंदाग, रांची

बिमला एन्क्लेव एंड शंतायन मार्केट मोरहाबादी, रांची

मास्टर प्लान और बिल्डिंग बायलॉज की धज्जियां उड़ा दी

आरआरडीए क्षेत्र में डेवलपर्स की मनमानी चरम पर है. रांची मास्टर प्लान क्षेत्र में बिल्डरों ने बिल्डिंग बाईलॉज की धज्जियां उड़ाकर रख दी है. अवैध ले-आउट पर इमारत और हाउसिंग सोसाइटी खड़ी कर रहे हैं. रांची के अंदर और बाहरी क्षेत्र में 573 लोगों ने अवैध ले-आउट पर फ्लैट और मकान बनाए हैं. इनमें से 308 इमारतों का कामर्शियल इस्तेमाल हो रहा है, जबकि 265 का रेजिडेंशियल यूज हो रहा है. अवैध ले आउट पर 48 अवैध वेयर हाउस भी चल रहे हैं. बीएमडबल्यू, ह्युंडई समेत 10 वाहनों के शोरूम भी अवैध ले-आउट पर बने हुए हैं. 7 पेट्रोलपंप और 27 बैंक्वेट हॉल भी अवैध हैं. बिल्डरों ने भू-माफिया के साथ मिल कर 163 जलाशयों को भी गायब कर दिया है. 123 वॉटर बॉडीज पर मकान बन गये हैं, जबकि 23 वॉटर बॉडीज पर बने मकानों का कामर्शियल यूज हो रहा है. आरआरडीए ने ऐसे सभी डेवलपर्स को नोटिस भेजा है और प्रोजेक्ट को रोकने को कहा है, लेकिन अधिकांश प्रोजेक्ट कंप्लीट हो चुके हैं. आरआरडीए ने 7 हाउसिंग सोसाइटी के सामने बोर्ड भी लगाया है. इसके बावजूद वहां धडल्ले से प्लॉट की खरीद-बिक्री हो रही है.

अवैध ले आउट पर बने 25 बड़े प्रोजेक्ट

प्रोजेक्ट                                                   स्थान

बीएमडब्लूय शोरूम                                   चकला

महिंद्रा शोरूम                                      चकला

ह्यूंडई शोरूम                                        कमड़े

निशान शोरूम                                   चकला

टाइटेनियम शोरूम                               कमड़े

मधुवन विहार                                         चकला

मोगल मंगल                                          ओरमांझी

उत्सव वाटिका                                       कमड़े

समरगढ़ रिसॉर्ट                                 गेतलातू

ललगुटुआ बैंक्वेट                                  गुटुआ

रॉयल बैंक्वेट                                       गुटुआ

रांची हवेली                                         सुकुरहुट्टू

रेस्ट्रो रिवर फूड पार्क                       आनंदी

केसीसी बिल्डकॉन                            बजरा

वास्तु विहार                                    बुकरू

आरएस गार्डेन                                    चुट्टू

राजघराना                             जोहार सिटी चुट्टू

कल्पि विश्व सोसाइटी                    दलादिली

क्रिस्टल पार्क                              गुटुआ

साईं ग्रीन सिटी                              नेवरी

बंजारा हिल्स                               सुकुरहुट्टू

हेरिटेज सिटी                           गेतलातू

सिलिकॉन वैली                          जमुआरी

पृथ्वी वैदिक विलेज                     कुम्हरिया

मानसरोवर सिटी                       दलादिली

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