सीसीएल, TTPS को नहीं दे रहा कोयला
कोयले का स्टॉक खत्म
सीसीएल दो के बदले एक ही रेक दे रहा है कोयला
मंगलवार को एक रेक भी नहीं मिला
Special correspondent
Ranchi : एक ओर जेबीवीएनएल दुर्गा पूजा के मौके पर राज्य में निर्बाध बिजली आपूर्ति की तैयारी में जुटा है. वहीं दूसरी ओर पूजा में बिजली संकट गहराने के आसार बन रहे हैं. झारखंड सरकार की एक मात्र बिजली उत्पादन इकाई तेनुघाट थर्मल पावर स्टेशन (TTPS) में कोयले का स्टॉक खत्म के कगार पर है. इसका कारण सीसीएल का टीटीपीएस को नियमित तौर पर कोयले की आपूर्ति नहीं करना है. जानकारी के अनुसार, तेनुघाट को चलाने के लिए हर दिन दो रेक कोयले की जरुरत होती है. लेकिन विगत 15 दिनों से सीसीएल केवल एक ही रेक कोयले की आपूर्ति कर रहा है. मंगलवार को मांग के बावजूद सीसीसीएल ने TTPS को कोयला नहीं दिया. इसके पीछे की वजह सीसीएल में कोयले का कम उत्पादन बताया जा रहा है.
केवल टीटीपीएस को कोयले की आपूर्ति नहीं कर रहा सीसीएल-प्रबंधन
सीसीएल में कोयले का कम उत्पादन की बात को टीटीपीएस प्रबंधन गलत मान रहा है. प्रबंधन का कहना है कि सीसीएल सभी को कोयले की आपूर्ति तो कर रहा है. लेकिन टीटीपीएस को नहीं. दुर्गा पूजा और आगामी पर्व-त्योहार को देखते हुए दो रेक कोयले की आपूर्ति को लेकर बार-बार सीसीएल प्रबंधन को पत्र लिखा जा रहा है. इसके बावजूद 15 दिनों से दो के बदले एक ही रेक कोयले की आपूर्ति की जा रही है. वहीं मंगलवार को सीसीएल ने वह भी नहीं दिया.
सीसीएल का टीटीपीएस पर करीब 1400 करोड़ का बकाया
मिली जानकारी के अनुसार, सीसीएल का टीटीपीएस पर करीब 1400 करोड़ का बकाया हो गया है. यही कारण है कि सीसीएल, टीटीपीएस को कोयले देने में आना-कानी कर रहा है. सीसीएल एक माह में करीब 45-46 रेक कोयले की आपूर्ति करता है, जिसका बिल करीब 50 करोड़ होता है. मगर सीसीएल को नियमित तौर पर बिल का भुगतान नहीं किया जा रहा है.
अभी दोनों यूनिट से हो रहा है उत्पादन, मगर कोयला नहीं मिला तो ठप हो सकता है उत्पादन
अभी टीटीपीएस के दोनों यूनिट से बिजली उत्पादन हो रहा है. यूनिट नंबर एक से 70 मेगावाट, वहीं यूनिट नंबर दो से करीब 155 मेगवाट. चूंकि यह झारखंड का अपना पावर प्लांट है, इसलिए यह बिजली सेंट्रल पावर एक्सचेंज से सस्ती होती है. मगर नियमित भुगतान नहीं होने के कारण सीसीएल हमेशा ही नियमित कोयले की आपूर्ति नहीं करता है.
क्या कहते हैं एमडी
टीटीपीएस के एमडी अनिल शर्मा ने बताया कि कई बार सीसीएल को पत्र लिखा गया है. मगर वह प्लांट को नियमित और मांग के अनुरूप कोयला नहीं दे रहा है. अगर कोयले की आपूर्ति की यही स्थिति रही तो पर्व-त्योहार में बिजली उत्पादन में दिक्कतें आ सकती हैं.
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