भोपाल में भी कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. इसे देखते हुए यहां 10 दिन के लॉकडाउन का ऐलान किया गया है. लॉकडाउन 24 जुलाई की शाम से शुरू होकर 3 अगस्त की शाम तक जारी रहेगा. भोपाल में इस दौरान मेडिकल सेवा, सरकारी राशन की दुकानें खुली रहेंगी.
पश्चिम बंगाल में इस महीने तीन दिन के लॉकडाउन का ऐलान हुआ है. मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ममता बनर्जी ने तीन दिन के लॉकडाउन की घोषणा की है. ममता बनर्जी ने गुरुवार, शनिवार और बुधवार यानी 23, 25 और 29 जुलाई को तो लॉकडाउन की घोषणा की है, लेकिन शुक्रवार को छोड़ दिया है. इस वजह से बंगाल में राजनीति भी तेज हो गई है. विपक्ष ने सवाल उठाया है कि शुक्रवार को लॉकडाउन में क्यों ढील दी गई.
बंगाल में कड़े प्रतिबंध
सूत्रों के मुताबिक शुक्रवार और रविवार को काफी संख्या में लोगों को बाहर जाने से रोकने और हफ्ते में चार कार्य दिवस सुनिश्चित करने के लिए सरकार ने यह कदम उठाया है. बंगाल सरकार का कहना है कि प्रदेश में गुरुवार और शनिवार को लॉकडाउन के दौरान सभी सार्वजनिक स्थलों को सैनिटाइज किया जाएगा. बंगाल के गृह सचिव अलपन बंदोपाध्याय ने लॉकडाउन की जानकारी दी. उन्होंने यह भी बताया कि प्रदेश में कोरोना वायरस का कम्युनिटी स्प्रेड शुरू हो गया है. बंदोपाध्याय ने कहा कि बंगाल में कम्युनिटी स्प्रेड शुरू हो गया है. इसको लेकर राज्य के स्वास्थ्य विभाग से जानकारी मांगी गई है.
भोपाल में 10 दिन का लॉकडाउन
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में भी कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. इसे देखते हुए यहां 10 दिन के लॉकडाउन का ऐलान किया गया है. लॉकडाउन 24 जुलाई की शाम से शुरू होकर 3 अगस्त की शाम तक जारी रहेगा. भोपाल में इस दौरान मेडिकल सेवा, सरकारी राशन की दुकानें खुली रहेंगी. कुछ अन्य जरूरी सेवाएं भी शुरू रखने का निर्देश है. लॉकडाउन के बारे में प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने जानकारी दी. उन्होंने कहा कि भोपाल में संक्रमण की दर को देखते हुए राज्य सरकार ने लॉकडाउन का फैसला लिया है. भोपाल से बाहर जाना और भोपाल में आने पर पाबंदी होगी. हालांकि प्रशासन ई-पास जारी करेगा.
मणिपुर में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए गुरुवार 2 बजे से 14 दिन के लिए कर्फ्यू जैसी पाबंदियों का ऐलान हुआ है. मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने बुधवार को इसकी घोषणा की. एक इमरजेंसी कैबिनेट बैठक में पाबंदियों पर फैसला लिया गया. बीरेन सिंह ने कोरोना के कम्युनिटी स्प्रेड के बारे में कहा कि इस पर अभी कुछ भी बोलना काफी जल्दबाजी होगी. हालांकि जिन लोगों की कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं है, अगर वे भी थाउबल जिले में कोरोना संक्रमित पाए जा रहे हैं तो यह चिंता का विषय है. मुख्यमंत्री ने कहा कि लोग एहतियात नहीं बरत रहे, इसलिए सरकार को ऐसे कड़े कदम उठाने पड़ रहे हैं.
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