सड़क पर बाघ
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
पीलीभीत टाइगर रिजर्व की खूबसूरती बढ़ाने वाले बाघ ग्रामीणों के लिए दहशत का पर्याय बने हुए हैं। माधोटांडा के पिपरिया संतोष गांव में बाघ की मौजूदगी देखे जाने के बाद से ग्रामीणों में दहशत फैल गई। दहशत के चलते किसान खेतों की ओर नहीं गए। सूचना मिलने के बाद वन विभाग की टीम ने निगरानी शुरू कर दी है।
यह वीडियो/विज्ञापन हटाएं
पिपरिया संतोष गांव में पूर्व वर्षों में मानव वन्यजीव संघर्ष की घटनाएं सामने आई थीं। गांव में आबादी के निकट खेत पर मौजूद किसान को बाघ ने मार डाला था। बुधवार को बाघ गांव के नजदीक चहलकदमी करते देखा गया था। बाघ देख किसान आदेश शर्मा ने गांव वालों को जानकारी दी थी। एकत्र हुए ग्रामीणों ने बाघ का वीडियो बनाकर वायरल किया था। बाघ देखे जाने के बाद से ग्रामीणों में दहशत है।
ये भी पढ़ें- शारदा में समाए 50 घर: लखीमपुर खीरी के चकपुरवा गांव में नदी ने बरपाया ऐसा कहर, कई परिवार हुए बेघर
ग्रामीणों का कहना है कि बाघ गन्ने के खेतों में ही छिपा है। जिसके चलते खतरा बना है। बृहस्पतिवार को भी किसान खेतों की ओर नहीं गए। सामाजिक वानिकी की टीम निगरानी में जुटी है। ग्रामीण सूरज, मनोज का कहना है कि आबादी के निकट बाघ की मौजूदगी इंसानों के लिए परेशानी का सबब बनी हुई है।
More Stories
Rishikesh में “अमृत कल्प” आयुर्वेद महोत्सव में 1500 चिकित्सकों ने मिलकर बनाया विश्व कीर्तिमान, जानें इस ऐतिहासिक आयोजन के बारे में
एमपी का मौसम: एमपी के 7 शहरों में तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे, भोपाल में तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे
Mallikarjun Kharge झारखंड का जल, जंगल, जमीन लूटने के लिए सरकार बनाना चाहती है भाजपा: खड़गे