पार्टी नेताओं ने कहा प्रदेश कार्यालय देशभर में पहला है, जहां पर यह नियम लागू किया गया है. केंद्रीय संगठन का निर्देश है कि सभी प्रदेश कार्यालय के कर्मचारियों के लिए वर्दी होनी चाहिए.
13 Sep 2023
झारखंड बीजेपी कार्यालय के कर्मचारी जल्द ही ड्रेस में दिखाई देंगे. कर्मचारी अब नीले रंग का सफारी सूट पहनकर ऑफिस आएंगे. शर्ट के कॉलर और पॉकेट पर नारंगी रंग की पट्टी होगी. कर्मचारियों को अपना पहचान पत्र हमेशा गले से लटकाकर रखना होगा. पहचान पत्र पर नाम के साथ मोबाइल नंबर भी अंकित होगा. प्रत्येक कर्मचारियों को दो जोड़ी सफारी सूट दिए जाएंगे. एक शर्ट हाफ होगा, तो दूसरा पूरे बांह का होगा. शर्ट की बांयी तरफ एक पॉकेट होगी, जिसके ऊपर अंग्रेजी में बीजेपी लिखा होगा. प्रदेश कार्यालय में घुसते ही रिसेप्शन पर बैठा कर्मचारी नमस्ते कह कर संबोधित करेगा. किससे मिलना है, क्या काम है आदि की जानकारी लेकर वह लोगों की समस्याओं के समाधान में सहयोग करेगा.
वहीं, महिला कर्मचारियों को इसी रंग की दो जोड़ी साड़ियां दी जाएंगी. सभी 25 कर्मचारियों के लिए वर्दी बन चुकी है. इसे कर्मचारियों को दिया भी जा चुका है. कर्मचारियों को निर्देश दिया गया है कि वे ढीले-ढाले न दिखें, चुस्त-दुरुस्त रहें. आगंतुकों और कार्यकर्ताओं के साथ उनका व्यवहार पॉजिटिव और सहयोगी की भांति हो. सबको यह हिदायत दे दी गई है कि एक बार वर्दी सिस्टम लागू हो जाने के बाद कोई भी कुर्ता-पायजामा या जींस-शर्ट या टी शर्ट पहनकर कार्यालय नहीं आएगा. प्रधानमंत्री के जन्मदिन पर संभवतः 17 सितंबर से यह व्यवस्था लागू होगी. हालांकि, डेट के बारे में पार्टी पदाधिकारियों ने कुछ भी स्पष्ट नहीं कहा है, लेकिन उन्होंने यह संकेत दिया है कि जल्द ही इसे लागू कर दिया जाएगा.
झारखंड बीजेपी ऑफिस में लागू हुआ ड्रेस
पार्टी नेताओं ने दावा किया है कि झारखंड का प्रदेश कार्यालय देशभर में पहला है, जहां पर यह नियम लागू किया गया है. केंद्रीय संगठन का निर्देश है कि सभी प्रदेश कार्यालय के कर्मचारियों के लिए वर्दी होनी चाहिए. हालांकि इसके लिए कोई विशेष रंग नहीं बताया गया है. प्रदेश पदाधिकारियों की बैठक में नीला रंग तय हुआ और उसके अनुसार वर्दी तैयार कराई गई. कुछ कर्मचारियों ने ड्रेस के रंग के चयन पर आपत्ति जताई है. उनका कहना है कि यह रंग आकर्षक नहीं लग रहा है. उन्होंने कहा कि जब चुस्त-दुरुस्त रहना है, तो वर्दी के साथ जूते भी होने चाहिए. इस बारे में पूछने पर पार्टी नेताओं ने स्वीकार किया कि हां, जूता भी जरूरी है. फिलहाल, अभी इन कर्मचारियों को अपने जूते से ही काम चलाना होगा.
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