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November 1, 2024

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रिम्स में पहली बार मरीज को लगाया गया लीडलेस पेसमेकर, मरीज पूरी तरह स्वस्थ

-यह राज्य का दूसरा मामला है इससे पहले जमशेदपुर में एक मरीज को लगा था लीड लेस पेसमेकर

Ranchi: रिम्स में पहली बार किसी मरीज को लीडलेस पेसमेकर लगाया गया है. रिम्स के कार्डियोलॉजिस्ट डॉ हेमंत नारायण ने गया के 55 वर्षीय इंद्रजीत नामक मरीज को लीडलेस पेसमेकर लगाया है. डॉ हेमंत ने बताया कि राज्य में लीडलेस पेसमेकर लगाने का दूसरा मामला है. इससे पहले जमशेदपुर में लगाया गया है. उन्होंने बताया कि लीडलेस पेसमेकर जैसे एंजियोग्राफी, एंजियोप्लास्टी किया जाता है उसी तरह किया गया. पाइप के माध्यम से हार्ट में लगाया गया है. इससे इंफेक्शन की संभावना बिल्कुल नहीं होती. उन्होंने बताया कि यह काफी महंगा होता है. निजी अस्पतालों में कराने से 11-12 लाख तक खर्च आता है. इसकी कीमत साढ़े आठ लाख रुपए है. पर मरीज को कंपनी से डिस्काउंट में सात लाख में दिलाया गया. डॉ हेमंत नारायण ने बताया कि मरीज खर्च वहन करने को लेकर आसानी से तैयार था.

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दोनों तरफ इंफेक्शन के कारण लगाया गया लीडलेस पेसमेकर

डॉ हेमंत नारायण ने बताया कि मरीज ने पहले गया में पेसमेकर लगाया था. जिसके बाद मरीज को काफी परेशानी हो रही थी. जांच में पता चला कि ऑपरेशन के बाद हृदय के आसपास मवाद भर गया है. उसके बाद फिर से पेसमेकर लगाना मुश्किल था. इसलिए लीडलेस पेसमेकर लगाने पर विचार किया गया. उन्होंने बताया कि लीडलेस पेंसिल बैट्री जैसा होता है, जिसे चेस्ट के नीचे हार्ट से जोड़ दिया जाता है. वहीं पेसमेकर में नॉर्मल बैट्री जैसा होता है. लीडलेस में चेस्ट में कोई दाग नहीं रहेगा. पेसमेकर में दाग जैसा हो जाता है. वेल ड्राइड मैथड है. अभी कॉस्टली है. जैसे-जैसे टेक्नोलॉजी बढ़ेगी सस्ता हो जाएगा. उन्होंने बताया कि मरीज को एक महीने पहले लगाया गया था, उसके बाद मंगलवार को फॉलोअप में बुलाया गया था. जिसमें मरीज को पूरी तरह स्वस्थ पाया गया.

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