–सप्लीमेंट्री परीक्षा देने वाले छात्रों को परीक्षा तक रहने की मिली छूट
–शुक्रवार को फ्लाइट और ट्रेन से जाने वाले छात्रों को गुरुवार तक रहने की मिली अनुमति
–निदेशक कार्यालय के पास तीन घंटे तक जमे रहे छात्र पर नहीं बदला निर्णय
–हॉस्टल के डीन वेलफेयर ने हॉस्टल के वॉडर्न ने साथ जाकर समझाया पर नहीं माने छात्र
–सामान रूम में रखने की मिली छूट, पर चाभी जमा कर जाने को कहा गया, शपथ पत्र जमा करना होगा
Ranchi: देर रात पार्टी करने और आपस में मारपीट करने की घटना को लेकर रिम्स प्रबंधन ने करीब 900 एमबीबीएस छात्रों से हॉस्टल खाली करा लिया है. प्रबंधन ने बुधवार की रात नोटिस जारी किया था और गुरुवार की शाम सात बजे तक छात्रों से हॉस्टल खाली करा लिया गया. सप्लीमेंट्री परीक्षा देने वाले कुछ छात्रों को परीक्षा तक हॉस्टल में रहने की अनुमति मिली है. वहीं शुक्रवार को जिन छात्रों के फ्लाइट और ट्रेन हैं उन्हें शुक्रवार दोपहर तक रहने की अनुमति मिली है. शेष छात्रों से हॉस्टल खाली करा लिया गया है. छात्रों से हॉस्टल के रूम की चाभी भी जमा करा ली गई है. प्रबंधन के आदेश के बाद एमबीबीएस के विभिन्न बैच के छात्र निर्णय को लेकर निदेशक का घेराव करने पहुंचे थे, इसके बाद भी प्रबंधन अपने आदेश पर टीका रहा है. प्रबंधन ने कहा कि छात्रों के सुरक्षा को देखते हुए ही निर्णय लिया गया है. अब छात्रों को माता पिता के साथ आने को कहा गया है उसके बाद ही उन्हें हॉस्टल आवांटित किया जाएगा.
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लगातार हो रही थी मारपीट की घटना, सुरक्षा को लेकर रिम्स ने लिया निर्णय
रिम्स प्रबंधन की ओर से पीआरओ डॉ राजीव रंजन ने बताया कि रिम्स के हॉस्टल परिसर में लगातार उपद्रव और छात्रों के बीच मारपीट की घटना हो रही है. बहुत कम अंतराल पर ऐसा हो रहा है. बैचों के बीच ग्रुपिंग में मारपीट हो रहा है. कुछ अनहोनी न हो इसलिए प्रबंधन ने गहन चिंतन के बाद क्लासेस बंद किए हैं और हॉस्टल खाली कराया है. एहतियात के तौर पर ऐसा निर्णय लिया गया है, ताकि किसी छात्र के साथ कोई अनहोनी नहीं हो जाए. उन्होंने बताया कि लगातार अनुशासनहीन रहने वाले छात्रों को चिन्हित किया गया, कुछ अन्य को अभी और चिन्हित किया जाना है. उनपर सख्त कार्रवाई भी की जाएगी.
जेडीए ने प्रबंधन के फैसले का किया समर्थन
रिम्स जूनियर डॉक्टर्स एसोसिएशन ने भी प्रबंधन के फैसले का समर्थन किया है. जेडीए के प्रेसिडेंट डॉ जयदीप चौधरी ने बताया कि दो बैचों 2021 और 2022 में झड़प हुआ था. झगड़े में दो सीनियर बैच 2019 और 2020 भी आ गए. उसी में और मामला बढ़ा जिसके बाद कुछ छात्र उग्र होकर निदेशक आवास में भी घूस गए थे. सभी को एक एक कर समझाना मुश्किल होता ऐसे में कुछ दिन कक्षाएं सस्पेंड रखकर और छात्रों को हॉस्टल खाली कराया गया है, ताकि हॉस्टल के माहौल को शांत किया जा सके. प्रबंधन का फैसला छात्रहीत में है इसलिए प्रबंधन के फैसले का समर्थन किया जा रहा है.
फिर से आवांटित होगा हॉस्टल, जूनियर और सीनियर अलग अलग रहेंगे
माहौल को शांत करने के लिए अब प्रबंधन जूनियर और सीनियर छात्रों को अलग अलग रख सकता है. नए सिरे से छात्रों के लिए इस फॉर्मूले पर ही रूम आवांटित किया जाएगा. जूनियर बैच के छात्र एक साथ एक हॉस्टल में रहेंगे और सीनियर बैच के छात्र एक साथ अलग हॉस्टल में रहेंगे. वर्तमान व्यवस्था में सभी एक मिलकर रहते हैं. आगे ऐसा नहीं होगा. वहीं उससे पहले एंटी रैगिंग सहित अनुशासन में रहने को लेकर एक माता पिता का शपथपत्र लिया जाएगा.
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छात्रों ने चार घंटे तक किया प्रदर्शन नहीं मानी प्रबंधन
एमबीबीएस छात्रों ने सुबह साढे दस बजे से दोपहर के ढाई बजे तक रिम्स निदेशक आवास के पास प्रदर्शन करते रहे. छात्र फैसले को लेकर नाखुश थे. कई छात्राएं एकेडमिक लॉस होने की बात करती रहीं. पर हॉस्टल डीन ने समझाते हुए सभी को घर जाने को कहा है, उन्होंने छात्रों से स्पष्ट किया कि उनकी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए ही प्रबंधन ने ऐसा निर्णय लिया है. जल्द ही पढ़ाई शुरू करने की नोटिस रिम्स के वेबसाइट पर अपलोड की जाएगी.
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