Ranchi: झारखंड में सहायक आचार्य के लिए 26001 पदों पर नियुक्ति के लिए निकाली गई वेकेंसी को लेकर भाजपा ने हेमंत सरकार को कटघरे में खड़ा किया है. भाजपा विधायक भानु प्रताप शाही ने पार्टी के प्रदेश मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि सरकार पहले यह बताए कि इतनी संख्या में होने वाली बहाली किस नियोजन नीति के तहत होगी. राज्य के युवा मुख्यमंत्री से यह जानना चाहते हैं कि 1932, 1985 या फिर 60-40 वाली नीति पर बहाली होगी, अगर सरकार 60-40 वाली नीति के तहत परीक्षा ले रही है तो वह बाहरियों के लिए द्वार खोल रही है.
इसे भी पढ़ें –उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग के 34 सब इंस्पेक्टर और 17 असिस्टेंट इंस्पेक्टर का तबादला
बीएड पास 8 लाख अभ्यर्थी परीक्षा देने से हो जाएंगे वंचित
विधायक ने कहा कि बहाली के लिए निकाले गए विज्ञापन में कई त्रुटियां हैं. पहला तो यह स्पष्ट नहीं है कि किस नियोजन नीति से बहाली होगी, दूसरा यह कि ऐसे कंडिशन लगाए गए हैं कि सिर्फ टेट पास अभ्यर्थी ही परीक्षा दे पाएंगे, ऐसे में बीएड और बीएलएड किये हुए राज्य के करीब 8 लाख अभ्यर्थी टेट पास नहीं होने के कारण परीक्षा से वंचित हो जाएंगे, यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होंने कहा कि सरकार ने बहालियों में भी तुष्टिकरण की पराकाष्ठा कर दी है. कुछ दिन पहले अल्पसंख्यक स्कूलों में टेट पास अभ्यर्थियों की सीधी बहाली हुई. लेकिन सामान्य स्कूलों में बहाली के लिए टेट पास अभ्यर्थियों को परीक्षा देना होगा.
1932 हेमंत के लिए संकल्प नहीं सिर्फ मुद्दा है
भानु ने कहा कि मुख्यमंत्री इन दिनों कह रहे हैं कि 1932 हमारा था, है और रहेगा मुख्यमंत्री के लिए संकल्प नहीं सिर्फ एक मुद्दा है. भाजपा ने अपने मुद्दों को संकल्प बनाया राम मंदिर निर्माण, धारा 370 हमारा मुद्दा और संकल्प दोनों था, जो हमने पूरा किया. लेकिन यह सरकार ठग है स्थानीयता को परिभाषित नहीं करके युवाओं को ठग रही है. सरकार के मंत्री ठग हैं और मुख्यमंत्री ठगों के राजा हैं. कहा कि भाजपा इसके खिलाफ सड़क से सदन तक आवाज उठायेगी.
इसे भी पढ़ें –मणिपुर की घटना पर फूटा ललन सिंह का गुस्सा, कहा- डबल इंजन की सरकार में महिलाओं पर हो रहा अत्याचार
More Stories
दीवाली की प्रतियोगिता से उजाड़ दिया गया श्रमिक का परिवार, औद्योगिक पुल के नुकसान में नारियल की बाइक सवार, 1 की मौत
छत्तीसगढ़ स्थापना दिवस: छत्तीसगढ़ के 24 साल पूरे, जानिए इतिहास, संस्कृति और विकास की अनसुनी कहानी!
वीबी ने लुधियाना एमसी अधिकारी को पंचायत चुनाव उम्मीदवार से 10 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा