कानपुर के चौबेपुर के बिकरू गांव में मुठभेड़ में सीओ समेत 8 पुलिसकर्मियों के शहीद होने के बाद जिला प्रशासन ने हिस्ट्रीशीटर Vikas Dubey के घर को ढहा दिया। – Lok Shakti

Lok Shakti

Nationalism Always Empower People

कानपुर के चौबेपुर के बिकरू गांव में मुठभेड़ में सीओ समेत 8 पुलिसकर्मियों के शहीद होने के बाद जिला प्रशासन ने हिस्ट्रीशीटर Vikas Dubey के घर को ढहा दिया।

विकास दुबे ने गांव की जमीन पर कब्जा कर यह घर बनाया था। चौबेपुर के SO विनय तिवारी को विकास दुबे के घर पर दबिश देने में शिथिलता बरतने के आरोप में निलंबित कर दिया गया है और एसटीएफ उन्हें हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही हैं।

दो बीघा में चारदिवारी के बीच बना विकास का नया मकान एक महफूज किले के समान था। शनिवार सुबह पुलिस ने इस घर को सील कर दिया था। विकास का पुराना घर भी इसी परिसर में था और पुलिस को जांच के दौरान पुराने घर में अंडरग्राउंड बंकर मिला है। बताया जाता है कि विकास दुबे ने यह मकान जमीन पर कब्जा कर बनाया था जिसके चलते ग्रामीणों में आक्रोश था। दो घंटे में पूरा मकान मलबे में तब्दील हो गया। इस दौरान मकान के अंदर खड़ी 10 से 15 लाख रुपए वाली दो कारों और दो ट्रेक्टरों को भी नष्ट किया गया। इस पूरे घर के चारों तरफ 12 फीट ऊंटी बाउंड्रीवाल थी और इसमें करीब दो फीट में छल्लेदार कंटीले तार भी लगाए गए थे। घर में प्रवेश करने के लिए चार गेट थे और चारों गेटों के पास सीसीटीवी कैमरे लगे थे। मुख्य गेट से करीब 80 मीटर अंदर चार कमरों का आलीशान घर बना ता जिसमें विकास रहता था। इस घर में एक कमरा विकास और एक कमरा उसके पिता का था। इस घर में ऐशो-आराम का पूरा इंतजाम था। बाथटब से लेकर वॉश बेसिन तक हर जीच डिजाइनर थी। इसके अलावा माड्यूलर किचन भी मौजूद था। पुलिस को सुबह जांच के दौरान पुराने मकान में अंडरग्राउंड बंकर मिला। मकान के एक कमर की फर्श साधारण लग रही थी और उसके उपर तखत रखा हुआ था। पहली बार में पुलिस को कुछ नहीं मिला, जब पुलिस ने दोबारा कमरे को देखा और तखत हटाकर फर्श को ठोका तो आवाज ऐसी आई जैसे फर्श खोखला है। इसके बाद उसे खोदा गया तो नीचे बंकर मिला। ऐसा माना जा रहा है कि विकास अपराध करने के बाद इसी बंकर में छुपा करता था। चौबेपुर के SO विनय तिवारी को शिथिलता बरतने के आरोप में निलंबित कर दिया गया है और एसटीएफ उन्हें हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही हैं। STF ने विनय तिवारी को हिरासत में ले लिया है और उनसे पूछताछ की जा रही है। उनकी भूमिका संदिग्ध मिलने पर विनय तिवारी के खिलाफ भी केस दर्ज होगा। एसटीएफ का मानना है कि पुलिस टीम के विकास दुबे के घर पर दबिश की सूचना विनय तिवारी ने ही लीक की थी।