अब सीएम शनिवार को इस मामले में संगठन के साथ बात कर सकते हैं। सिंधिया समर्थक 7कैबिनेट और चार राज्यमंत्रियों को काम देना है। इसके अलावा कांग्रेस से भाजपा में आने के बाद मंत्री बनाए गए बिसाहूलाल सिंह, एंदल सिंह कंसाना और हरदीप डंग भी कैबिनेट मंत्री बनाए गए हैं।
लिहाजा, मुख्यमंत्री के सामने यह मुश्किल है कि कामकाज कैसे बांटें। नए सिरे से होमवर्क होने की संभावना है, ऐसे में मौजूदा 5 कैबिनेट मंत्रियों नरोत्तम मिश्रा, तुलसी सिलावट, गोविंद सिंह राजपूत, कमल पटेल और मीना सिंह में से कुछ के कामकाज में बदलाव हो सकता है।
पिछली कमलनाथ सरकार में सिंधिया खेमे के पास स्वास्थ्य, राजस्व, महिला एवं बाल विकास, स्कूल शिक्षा, परिवहन, श्रम और खाद्य विभाग थे। शिवराज सरकार में भी इसमें से कुछ विभाग सिंधिया खेमे के पास ही रह सकते हैं।
हालांकि किस मंत्री को कौन सा विभाग मिलेगा, यह मुख्यमंत्री तय करेंगे। अभी सिंधिया समर्थकों गोविंद सिंह राजपूत खाद्य व सहकारिता मंत्री और तुलसी सिलावट के पास जल संसाधन है। राजपूत से एक विभाग कम किया जा सकता है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि मुख्यमंत्री इस मामले में शनिवार को संगठन से भी चर्चा कर सकते हैं
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