बिलासपुर, जेएनएन। नगर निगम शहर में एक अनोखी योजना शुरू करने जा रहा है। इसमें लोग बेसहारा घूमने वाली गायों को गोद ले सकेंगे, लेकिन गाय की देखभाल निगम और आसपास के गोकुलधाम संचालक करेंगे। गोद लेने वालों को केवल मवेशियों के चारे का इंतजाम करना होगा। इसके एवज में उन्हें एक वक्त का वो पूरा दूध दिया जाएगा, जितना गाय देगी।
नगर निगम प्रशासन सालभर सड़कों पर घूमने वाले बेसहारा मवेशियों को पकड़ने का अभियान चलाता है। इन्हें कांजी हाउस में रखने के बावजूद बहुत सी गायों को लेने के लिए कोई नहीं आता। ऐसे में इनके चारे-पानी का इंतजाम कठिन हो जाता है। आखिरकार निगम प्रशासन मवेशियों को छोड़ने पर मजबूर हो जाता है। गाय गोद लेने की योजना से इस समस्या से निजात मिलने का दावा किया जा रहा है। साथ ही बेसहारा मवेशियों की बेहतर ढंग से देखभाल हो सकेगी।
धार्मिक आयोजन में कर सकेंगे उपयोग
लोग चाहें तो गोकुल धाम या निगम की डेयरी में आकर अपने गोद लिए मवेशी का धार्मिक आयोजन में भी उपयोग कर सकेंगे। पूजा-पाठ करने और समय-समय पर देखभाल करने की भी आजादी गोद लेने वाले को होगी।
सांड भी ले सकेंगे गोद
लोग चाहें तो सांड को भी गोद ले सकते हैं। हालांकि उनसे प्रतिफल के रूप में कुछ नहीं मिलेगा, लेकिन सांड की पूजा का अपना धार्मिक महत्व है। निगम लोगों के गोद लेने से मिलने वाली राशि का उपयोग करके शहर में खुले में घूमने वाले सभी मवेशियों की देखभाल करेगा।
मवेशियों को गोद लेने में मिलेगा शुद्ध दूध
नगर निगम आयुक्त प्रभाकर पांडेय ने बताया कि हम बेसहारा मवेशियों को पकड़कर कांजी हाउस में रखते हैं। जहां उन्हें ज्यादा समय तक नहीं रख सकते। ऐसे में लोग अगर इन मवेशियों को गोद ले लेते हैं तो उन्हें शुद्ध दूध मिलेगा। इसके साथ ही सड़क पर घूमने वाले मवेशियों की समस्या से मुक्ति भी मिल जाएगी।
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