मध्य प्रदेश में आठ माह बाद विधानसभा चुनाव होने हैं और चुनाव की तैयारी में जुटी शिवराज सरकार ने घोषणाओं की झड़ी लगा दी है। पिछले दो महीने में २० हजार करोड़ रुपये लागत से अधिक राशि की घोषणाएं की गई हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान हर तीसरे-चौथे दिन कोकई न कोई बड़ी घोषणा कररहे हैं। इनमें लाड़ली बहना, विंध्य एक्सप्रेस-वे, सड़कों के जीर्णोद्धार के लिए आपरेशन कायाकल्प, तेंदूपत्ता संग्राहकों के लिए जूते व पानी की बोतल आदि योजनाएं शामिल हैं। चुनाव में कांग्रेस को इन योजनाओं का मुकाबला करना है, जिस पर जोरों से मंथन चलरहा है। कांग्रेस अपने वचन पत्र में इन योजनाओं की काट लाएगी। यह लाड़ली बहना के मुकाबले महिलाओं को वचन पत्र तैयार कर रही है। संविदा कर्मचारियेां को नियिमत करने, नई पेंशन योजना लागू करने की बात भी कांग्रेस कह चुकी है। मुख्यमंत्री राज्य स्तरीय बड़ी घोषणाओं के अलावा विकास यात्रा के दौरान स्थानीय स्तर की घोषणाएं भी कर चुके हैं। अभी से यह कवायद चुनावी घोषणा के आरोपों से बचने के लिए की जा रही है। पूर्व मंत्री एवं कांग्रेस वचन पत्र समिति के अध्यक्ष राजेंद्र सिंह ने बताया कि सरकार घोषणाएं कर मतदाताओं को प्रभावित कर रही है। वचन पत्र मतें हर योजना का विकल्प रहेगा। २०१८ के वचन पत्र को परिमार्जित कर बेहतर बना रहे हैं।
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