राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने कहा है कि भारत दर्शन देश को जानने और दोस्त बनाने का मौका है। उन्होंने कहा कि यात्रा के दौरान जो लोग मिले, उन से बातचीत करें। उनके साथ मोबाइल नंबर का आदान-प्रदान करें। यात्रा के बाद उनके साथ संवाद बनाये रखे। भारत दर्शन हमारे देश की अनेकता में एकता के वैभवशाली स्वरूप, समुदायिक जीवन और पारस्परिक भाईचारे की गौरवशाली परंपराओं से परिचित होने का सुनहरा अवसर है। जरूरी है कि आप सब समकालीन संस्कृति और सभ्यता के विभिन्न पहलुओं से परिचित होने के साथ ही देश में हो रहे, सुखद बदलावों को समझे और उनसे प्रेरणा लें।
राज्यपाल श्री पटेल ने यह बात आज राजभवन में सीमा सशस्त्र बल की 14वीं वहिनी के “वतन को जानो” पहल में भारत दर्शन पर आए कश्मीरी युवाओं के साथ चर्चा में कहीं। राज्यपाल के प्रमुख सचिव श्री डी.पी. आहूजा भी मौजूद थे।
राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने कहा है कि भ्रमण से लौटने पर परिवार, समाज और क्षेत्र में देश की समृद्ध संस्कृति, रीति-रिवाज और परंपराओं की विविधता में रची-बसी एकता की विरासत के बारे में लोगों को बताएँ। देश में हो रहे विकास और प्रगति की जानकारियाँ, युवा और बच्चों के साथ साझा करें। उन्हें समावेशी संस्कृति की विविधता और राष्ट्रीय एकता की मज़बूती में सहयोगी होने के लिए प्रेरित करें। देश और भविष्य के बारे में समाज में सकारात्मक चिंतन और रचनात्मक वैश्विक नज़रिए को सुदृढ़ बनाएँ। उन्होंने कहा कि युवा देश का भविष्य होते है। उसी देश का भविष्य उज्ज्वल होता है, जिसका युवा स्वस्थ, शिक्षित और राष्ट्र हित को सबसे ऊपर मान कर राष्ट्र की सेवा करता है। उन्होंने युवाओं का आह्वान किया कि जीवन में कभी भी माता-पिता को नहीं भूले। कोई ऐसा कार्य नहीं करें, जिससे देश का अपमान हो।
राज्यपाल श्री पटेल ने कहा है कि भारत दर्शन के दौरान कश्मीर से कन्याकुमारी तक खान-पान, रहन-सहन, भाषा की अनेकताओं के बीच हमारा जीवन-दर्शन, नैतिक जीवन मूल्यों की अद्भुत एकता, सांस्कृतिक परंपराएँ और भावनात्मक मान्यताएँ अभिन्न और अटूट है। इसलिए कहा गया है कि हम सब भारत माँ के लाल, भेदभाव का कहाँ सवाल। अनेकता में एकता का भारत जैसा वैभवशाली स्वरूप दुनिया के किसी और कोने में नहीं मिलता है। उन्होंने कहा कि भारत की इस अद्भुत पहचान को मजबूत बनाने और दुनिया में भारत का गौरव बढ़ाने में युवाओं की भूमिका महत्वपूर्ण है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी को युवाओं से बहुत आशाएँ और अपेक्षाएँ हैं। प्रधानमंत्री ने युवाओं की ऊर्जा को सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ाने, नये भारत के निर्माण में युवाओं की सक्रिय भागीदारी के नए अवसर खोले हैं।
भ्रमण दल के टीम लीडर श्री अमीर मदीन ने भारत-दर्शन के अनुभवों को साझा किया। उन्होंने बताया कि दल के युवा पहली बार कश्मीर के बाहर आए है। विमान यात्रा का भी उनका पहला अनुभव है। प्रारंभ में उप कमांडेंट श्री दिवेश कुमार ने स्वागत भाषण दिया। उन्होंने बताया कि दल में कश्मीर के जिले बड़गाम और आस-पास के क्षेत्र के 30 युवा शामिल है। राज्यपाल को गोल्डन लीफ स्मृति-चिन्ह भेंट किया। सहायक कमांडेंट श्री जगदीश चन्द्र ने आभार माना।
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