Ranchi: रिम्स के नेफ्रोलॉजी विभाग और झारखण्ड नेफ्रोलॉजी फोरम द्वारा रविवार को एक दिवसीय विज्ञानी संगोष्ठी का आयोजन किया गया. कार्यक्रम का उद्घाटन रिम्स निदेशक प्रो (डॉ) कामेश्वर प्रसाद ने किया. इसमें झारखंड और देशभर के कई जाने माने नेफ्रोलॉजिस्ट ने भाग लिया. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए इंडियन सोसाइटी ऑफ़ नेफ्रोलॉजी के अध्यक्ष डॉ संजीव गुलाटी ने दवाइयों से न कंट्रोल होने वाले उच्च रक्तचाप के कारणों के बारे में बताया और कैसे उसे नियंत्रित किया जाए. साथ ही उन्होंने बताया की बाजार में उपलब्ध पेट साफ करने वाले चूर्ण उच्च रक्तचाप को बढ़ावा देते हैं.
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नेफ्रोलॉजी पर जानकारी देते विशेषज्ञ
एसजीपीजीआई लखनऊ के नेफ्रोलॉजी विभागाध्यक्ष डॉ नारायण प्रसाद ने किडनी से जुड़ी जटिल बीमारियों (CKD) को नियंत्रण में रखने के तरीकों के बारे में बताया. उन्होंने बताया की नमक की मात्रा कम रखने और सक्रिय जीवन शैली से CKD को नियंत्रित किया जा सकता है. वहीं बच्चों में किडनी से जुड़ी बढ़ती बीमारियों के बारे में डॉ राजीव सिन्हा, विभागाध्यक्ष, पैडिट्रिक नेफ्रोलॉजी ने चर्चा की. उन्होंने बच्चों में जटिल बीमारियों को कैसे प्रबंधित किया जा सकता है. इसके विषय पर विस्तार से बताया.
आयोजन समिति की प्रमुख और रिम्स के नेफ्रोलॉजी डिपार्टमेंट की डॉ प्रज्ञा पंत ने कहा कि इस तरह के आयोजन डॉक्टरों के लिए काफी मददगार होता है, क्योंकि इसमें विचारों के आदान प्रदान के साथ ज्ञान भी साझा किया जाता है. कार्यक्रम में डॉ दीपक रे, डॉ अर्पिता रॉय चौधरी, डॉ अर्घया मजुमदार, डॉ मंजूरी शर्मा भी शामिल रहे.
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