बागपत: उत्तर प्रदेश मेंबागपत जिले के कुख्यात बदमाश अनुज बरखा को बड़ौत पुलिस ने सोमवार को गिफ्तार कर लिया। अनुज बरखा पर हत्या, गैंगस्टर, आर्म एक्ट, गुंडा एक्ट सहित करीब तीन दर्जन मुकदमे दर्ज है। शासन ने अनुज बरखा को टॉप श्रेणी का बदमाश मानते हुए उनकी गिरफ्तारी के निर्देश दिए थे। बागपत न्यायलय से भी वारंट जारी किए गए थे।
कुख्यात माफिया अनुज बरखा पुत्र बीरबल, वाजिदपुर गांव का रहने वाला है। जिस पर पहला मुकदमा वर्ष 2000 में दर्ज किया गया था। गांव के ही एक व्यक्ति की हत्या में अनुज बरखा का नाम सामने आया था। पुलिस ने अनुज बरखा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। अनुज बरखा का आपराधिक इतिहास यहीं से शुरु हुआ जिसके बाद वर्ष 2002 में आर्म एक्ट, 2003 में 307 का एक और मुकदमा दर्ज किया गया।
साल बीतने के साथ साथ अनुज बरखा पर मुकदमों की भी संख्या बढ़ती चली गयी। वर्ष 2023 तक अनुज बरखा पर 33 मुकदमें दर्ज हो गए। आपराधिक दुनिया मे अनुज बरखा पर जनपद के तीन थानों में मुकदमे दर्ज किए गए। खेकड़ा, बड़ौत और बिनोली थाना क्षेत्रों में अनुज अपराध का बादशाह बन गया।
अनुज पर सबसे अधिक मुकदमें बड़ौत कोतवाली में दर्ज हुए। हालांकि परिजनों का कहना है कि पुलिस ने अनुज पर आधे से ज्यादा मुकदमें फर्जी लगाए है। अनुज बरखा के अपराधों को देखते हुए शासन ने बागपत पुलिस को अनुज बरखा को समाज के लिए खतरा माना और उसकी गिरफ्तारी के निर्देश दिए।
न्यायालय ने किया वारंट जारी
योगी सरकार आने के बाद अनुज बरखा को एनकाउंटर का डर सताने लगा। अनुज ने न्यायलय में जाना बन्द कर दिया। जिसके बाद न्यायलय ने भी तारीख पर न आने के कारण वारंट जारी कर दिए। दरोगा की पिस्टल छीनकर भागने का कोशिश
बड़ौत कोतवाली पुलिस का कहना है की मुखबिर की सूचना पर अनुज बरखा को वाजिदपुर गांव से गिरफ्तार किया गया। जब अनुज बरखा को न्यायालय में पेश करने के लिए ले जाया जा रहा था, उसने एक दरोगा की पिस्टल छीनकर भागने का प्रयास किया। पुलिस ने पीछा किया तो उसने पुलिस पर फायरिंग की, लेकिन पुलिस ने जवाबी कारवाई में अनुज बरखा को गिरफ्तार कर लिया।
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