Maa Vindhyavasini: उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले में ठगों ने मां विंध्यवासिनी को भी नहीं छोड़ा। जहां उनके नाम पर वेबसाइट बनाकर पैसे वसूल लिए। इस मामले की जांच के लिए डीएम ने आठ सदस्यीय टीम गठित की गई है।
मिर्जापुर: उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले में स्थित मां विंध्यवासिनी के नाम पर वेबसाइट बनाकर भक्तों के साथ धोखाधड़ी करने का मामला सामने आया है। जिलाधिकारी ने मामले की जांच के लिए आठ सदस्यीय टीम गठित की है। अब तक तीन वेबसाइट को निलंबित भी किया जा चुका है। मां विंध्यवासिनी मंदिर को भव्य और दिव्य बनाने को लेकर शासन द्वारा विंध्य का निर्माण कराया जा रहा है। विंध्य कॉरिडोर निर्माण को लेकर फर्जी वेबसाइट बनाकर सहयोग के नाम पर ठगी की जा रही है। भक्तों से शिकायत मिलने के बाद डीएम ने जांच को लेकर आदेश दिए है। फेसबुक पेज और वेबसाइट के माध्यम से की जा रही थी ठगीमां विंध्यवासिनी मंदिर में देश ही नहीं, बल्कि विदेशों से भी भक्त दर्शन पूजन करने के लिए आते हैं। भक्तों की सहूलियत को लेकर शासन के द्वारा विंध्य कॉरिडोर का निर्माण कराया जा रहा है। विंध्य कॉरिडोर के निर्माण में सहयोग के लिए गुहार करके भक्तों से ठगी की जा रही है। शिकायत मिलने के बाद जिलाधिकारी ने मामले की गंभीरता को देखते हुए 8 सदस्यीय टीम गठित करके जांच को लेकर आदेश दिए हैं। कई भक्तों के द्वारा धोखाधड़ी को लेकर शिकायत की गई थी। जहां प्रारंभिक जांच में कई वेबसाइट और फेसबुक पेज इंटरनेट पर सक्रिय थे। जांच टीम ने तीन वेबसाइट को निलंबित किया है। साथ ही इनके संचालकों की तलाश में जुटी हुई है।
सीओ के नेतृत्व में गठित की गई है टीमविंध्य विकास परिषद की अध्यक्ष एवं जिलाधिकारी दिव्या मित्तल ने फर्जी वेबसाइट बनाकर पैसा वसूलने के मामले में आठ सदस्यीय टीम गठित की है। टीम का नेतृत्व सीओ सिटी करेंगे। जहां तहसीलदार सदर अरुण कुमार गिरी, डीआईओ अभिषेक श्रीवास्तव, सहायक सूचना अधिकारी ओम प्रकाश उपाध्याय, विधिक सलाहकार नरेश चंद्र गुप्ता, प्रभारी निरीक्षक विंध्याचल, श्री विंध्य पंडा समाज के अध्यक्ष पंकज द्विवेदी और मंत्री भानु को शामिल किया गया है। इसके साथ ही टीम साइबर सेल की मदद से जांच कर रही है। तीन वेबसाइट के संचालकों की तलाश कर रही है। इस तरह की वेबसाइट का निर्माण भविष्य में न हो, इसको लेकर भी लगातार टीम काम कर रही है।सीओ सिटी ने कहा, लगातार की जा रही है मॉनिटरिंगसीओ सिटी परमानंद कुशवाहा ने बताया कि विंध्य कॉरिडोर के नाम पर चंदा वसूलने की सूचना के बाद अब लगातार साइबर सेल की टीम जांच कर रही है। प्रारंभिक जांच में तीन वेबसाइट मिली हैं, जिन्हें रिपोर्ट करके निलंबित कराया गया है। साइबर सेल की टीम फेसबुक सहित अन्य प्लेटफॉर्म पर लगातार नजर रखी हुई है। जिन वेबसाइट से पैसा वसूलने के तथ्य सामने आएंगे, उनके विरुद्ध अभियोग पंजीकृत करके कार्रवाई की जाएगी। सीओ सिटी ने कहा कि अगर कोई विंध्य कॉरिडोर के निर्माण को लेकर चंदा मांगता है तो उसे न दे, साथ इसकी सूचना पुलिस को दे।
रिपोर्ट- मुकेश पाण्डेय
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