मेरठ: उत्तर प्रदेश में तीन जनवरी से कांग्रेस के सांसद और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा का अगला चरण शुरू होगा। वेस्ट यूपी में तीन जनवरी से निकलने वाली कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा से राहुल गांधी पूरे प्रदेश में `नफरत भगाओ मोहब्बत अपनाओ` का सियासी संदेश देंगे। वेस्ट यूपी के हर जिले के आलावा यूपी के बाकी जिलों से भी भारत जोड़ो यात्रा में काफी तादाद में लोग शामिल होंगे। यूपी के हर जिले से सक्रिय कार्यकर्ताओं को इस यात्रा में शामिल करने का टारगेट सौंपा गया हैं। हर जिले के संगठन को यात्रा में शामिल होने के इच्छुक लोगों का पंजीकरण कराने में मदद करने उन्हें भाग लेने के लिए प्रेरित करने की हिदायत दी है। यात्रा में शामिल होने के लिए अन्य जिलों से आने वाले कांग्रेसियों का पार्टी रिकॉर्ड भी रखेगी, ताकि यात्रा के बाद और निकाय चुनाव और 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले उनसे टीम राहुल संपर्क करेगी।
कांग्रेस सांसद और पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा फिलहाल ब्रेक पर है। दिल्ली में आकर 24 दिसंबर से दो जनवरी तक यह ब्रेक रहेगा। कांग्रेसियों का दावा है कि यात्रा में चल रहे कैंटरों की रिपेयर होनी हैं। सर्दी के लिहाज से कैंटरों में उससे बचने के उपाय किए जाने हैं। इसलिए इस ब्रेक को रखा हैं। उसके बाद तीन जनवरी से यह यात्रा यूपी में प्रवेश करेगी। यूपी में यात्रा सिर्फ वेस्ट यूपी में रहेगी। यात्रा गाजियाबाद में एंट्री करेगी। उसके बाद बागपत और शामली जिले के गुजर कर हरियाणा में सोनीपत में दाखिल होगी।
यात्रा भव्य बनाने के लिए वेस्ट यूपी के हर जिले से बड़ी तादाद में लोगों को शिरकत करने के लिए कहा गया हैं। हर जिले का संगठन प्रांतीय अध्यक्ष नसीमुद्दीन सिद्दीकी के देख-रेख में हर दिन रिपोर्ट कर रहा है। इसी के साथ कांग्रेस ने वेस्ट यूपी के अलावा दूसरे जिलों के संगठन से कहा गया है कि हर जिले से इस यात्रा में भागीदारी होनी चाहिए। खासकर सक्रिय वर्करों को हर जिले से वेस्ट यूपी में लाकर यात्रा में शामिल कराया जाए।
बड़ी संख्या में लोगों के शामिल होने का दावा
कांग्रेस के प्रदेश महामंत्री बदरुद्दीन कुरैशी का कहना है कि पार्टी के प्लान के मुताबिक वेस्ट यूपी के जिलों से भारत जोड़ो यात्रा में भारी संख्या में लोग शामिल होंगे और शेष जिलों से सक्रिय कार्यकर्ता आएंगे। जिला व शहर कमेटियों से कहा गया है कि वे यात्रा में शामिल होने के इच्छुक लोगों का पंजीकरण कराने में मदद करें। उन्हें भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करें। यह रिकॉर्ड रखा जाएगा कि किस जिले से कितने लोग आए हैं। हर जिले से आने वाले कांग्रेसियों से यात्रा के बाद भी चुनावी तैयारी के लिए संपर्क किया जाएगा। बदरुद्दीन कुरैशी का कहना है कि यात्रा से जुड़ने के लिए मिस्ड कॉल और ऑनलाइन व्यवस्था की गई हैं। इसका बड़े पैमाने पर रिस्पांस आ रहा हैं। …तो विरोध की वजह से बदला रूट
दरअसल, यूपी में पहले गौतमबुद्धनगर, बुलंदशहर, गाजियाबाद, मेरठ, बागपत, शामली, बागपत आदि जिलों में होकर गुजारने की तैयारी थी। इसके पीछे तर्क था कि राहुल गांधी ने किसानों की समस्याओं को लेकर भट्टा पारसौल आदि में आंदोलन में शिरकत की थी। इसी के साथ एक बार मथुरा से यात्रा शुरू करने का भी प्लान था। लेकिन बाद में इसमें बदलाव किया गया। कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि वेस्ट यूपी में खासकर कांग्रेस से खफा पूर्व प्रांतीय पदाधिकारी वीरेंद्र सिंह गुड्डू आदि ने यात्रा का स्वागत करने की तो बात कही थी लेकिन कांग्रेस पदाधिकारी संदीप सिंह और राष्ट्रीय सचिव धीरेंद्र सिंह गुर्जर का विरोध करने का ऐलान कर दिया था।
यात्रा के रूट तय होने से पहले ही नोएडा के दो पदाधिकारियों को भी पार्टी से निकाला दिया गया था। इसलिए माना जा रहा है कि इस विरोध की संभावना के चलते ही रूट चेंज किया गया। वैसे कांग्रेसियों का कहना है कि हाईकमान से तय रूट पर ही यात्रा निकाली जा रही हैं। किसी विरोध के चलते रूट नहीं बदला गया हैं।
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