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राज्य सरकार की चार चिन्हारी नरवा, गरवा, घुरवा, बाड़ी योजना अंतर्गत गोधन न्याय योजना के तहत गोबर खरीदी कर महिला स्व-सहायता समूह द्वारा वर्मीकम्पोस्ट तैयार किया जा रहा है, जिससे समूह की महिलाओं को आर्थिक लाभ के साथ स्वरोजगार भी प्राप्त हो रही है।
जिले के चारामा विकासखण्ड अंतर्गत ग्राम गाड़ागौरी के गौठान में खरीदे गये गोबर से श्रद्धा स्व-सहायता समूह की महिलाओं द्वारा वर्मीकम्पोस्ट तैयार किया जा रहा है। समूह की अध्यक्ष ने जानकारी दी है कि समूह में 10 सदस्य कार्य कर रहे है। प्रांरभ में कृषि विभाग से 135 किलोग्राम केचुआ खरीदकर वर्मीकम्पोस्ट बनाने का कार्य किया गया। समूह द्वारा अब तक 72 हजार 488 रूपये का वर्मीकम्पोस्ट तथा 01 लाख 90 हजार रूपये का केंचुआ खाद बेचकर 02 लाख 62 हजार 488 रूपये की आमदनी प्राप्त किया गया हैं। उन्होंने बताया कि गाड़ागौरी के गौठान में मुर्गी पालन, मषरूम उत्पादन, सब्जी उत्पादन के साथ विभिन्न गतिविधियां किया जा रहा है, साथ ही खेती के अलावा अतिरिक्त आमदनी के लिए कृषि विभाग के मर्गदर्षन से उन्नत तकनीकी का प्रयोग कर वर्मीकम्पोस्ट तथा केचुआ खाद उत्पादन किया जा रहा हैं। उन्होंने बताया कि गांव में ही गौठान बनने से महिला स्व-सहायता समूह को रोजगार के लिए भटकना नहीं पड रहा है तथा स्वरोजगार के साथ आर्थिक रूप से मजबूत भी हो रहे हैं। श्रद्धा महिला स्व-सहायता समूह की महिलाओं ने गोधन न्याय योजना प्रारंभ करने के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल को कोटि-कोटि धन्यवाद ज्ञापित किये हैं।
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