कानपुर: यूपी के कानपुर से एक बांग्लादेशी नागरिक डॉ. रिजवान परिवार के साथ छिपकर रह रहा था। डॉ. रिजवान और उसके परिवार के सदस्यों के पास से बांग्लादेशी और भारतीय पासपोर्ट, आधार कार्ड, निवास और जन्म प्रमाणपत्र मिले थे। रिजवान कई देशों की हवाई यात्रा भी कर चुका है। बीते सोमवार को एटीएस, आईबी, एनआईए की टीमों ने डॉ. रिजवान और ससुर खालिद से 10 तक घंटे पूछताछ की थी। जांच एजेंसियों ने अपनी गोपनीय रिपोर्ट केंद्र सरकार और रॉ को भेजी है। सूत्रों के मुताबिक, जांच एजेंसियों ने रिजवान को देश की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा माना है। पुलिस रिजवान को रिमांड में लेने की तैयारी कर रही है।
कानपुर में एक बांग्लादेशी परिवार बीते कई वर्षों से छिपकर रह रहा था। बांग्लादेश में रहने वाला रिजवान कई साल पहले कानपुर आया था। उसने कानपुर में हिना नाम की युवती से शादी कर ली। हिना से उसके एक बेटा, दो बेटियां हैं। रिजवान बंग्लादेश, पाकिस्तान, मलेशिया, नेपाल समेत कई देशों की यात्रा कर चुका है। पुलिस ने बीते रविवार (11 दिसंबर) को परिवार समेत अरेस्ट किया था। पुलिस जांच कर रही है कि उसका विदेशी यात्रा करने का क्या उद्देश्य था।
पुलिस को शक है कि यह किसी देश का एजेंट भी हो सकता है। इसके पास से विदेशी करेंसी और 14 लाख रुपये की भारतीय करेंसी बरामद हुई थी। पुलिस एटीएस और एनआईए को जांच करने के लिए इस परिवार की जानकारी दी थी। मंगलवार को पुलिस डॉ. रिजवान के नाबालिग बेटे (15) को अरेस्ट कर लिया है। रिजवान का बेटा अपने एक मिलने वाले घर में छिपा था। पुलिस ने जुवेनाइल कोर्ट में पेश कर, उसे बाल सरंक्षण गृह भेजा है।
पुलिस ने मांगी 10 दिन की रिमांडबांग्लादेशी नागरिकों से पूछताछ के बाद बीते सोमवार को पुलिस ने डॉ. रिजवान, पत्नी हिना, बेटियों, ससुर खालिद माजिद को कोर्ट में पेश किया गया था। जहां से पांचों को जेल भेज दिया गया था। पुलिस ने डॉ. रिजवान को रिमांड लेने के लिए मंगलवार को कोर्ट में अर्जी दाखिल की है। पुलिस ने अर्जी में लिखा है कि रिजवान राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा है। उससे पूछताछ के लिए 10 दिन की रिमांड पर दिया जाए।सोशल मीडिया अकाउंट्स की चैट मिली डिलीटजांच एजेंसियों ने जब डॉ. रिजवान के सोशल मीडिया अकाउंट्स चेक किए तो इंस्टाग्राम, वॉट्सएप के चैट डिलीट मिले हैं। जांच एजेंसियों को कुछ विदेशियों से बातचीत के चैट मिले हैं। जिनकी जांच की जा रही है। इसके साथ ही उसके मोबाइल से डिलीट किए मैसेज को रिकवर करने की कोशिश की जा रही हैं।पुलिस की जांच में चौंकाने वाला खुलासाबांग्लादेशी नागरिक रिजवान के मामले में एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। रिजवान ने जिस मूलगंज के पते पर पासपोर्ट और आधार कार्ड बनवाया था, वहां पर वह कभी रहा ही नहीं है। पुलिस जब पासपोर्ट-आधार कार्ड के पते पर जांच करने के लिए पहुंची तो वहां पर अमार्टमेंट बना हुआ था। अपार्टमेंट में रहने वाले लोगों ने रिजवान को पहचानने से इन्कार कर दिया। सपा विधायक इरफान सोलंकी और पार्षद मन्नू रहमान के जिस प्रमाणपत्र पर रिजवान का आधार कार्ड बनाया गया था। उस पते पर रहने की बात लिखी गई थी।
रिपोर्ट- सुमित शर्मा
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