23-11-2022
वहीं अगर इस्लामिक देश कतर की बात की जाए तो कतर हमेशा से ही कई मामलों को लेकर भारत का विरोध करता आया है। विवादित भारतीय चित्रकार एमएफ हुसैन को कतर ने ही शरण दी थी। एमएफ हुसैन वही चित्रकार था जिसने हिंदू देवियों के ऐसे चित्र बनाए थे जिससे हिंदूओं की भावनाओं को ठेस पहुंची थी। वहीं नूपुर शर्मा विवाद में भी कतर ने भारत का विरोध किया था। तो देखा जाए तो कतर हमेशा से हिंदू विरोध और भारत विरोध में बढ़ चढ़कर आगे रहा है।
वहीं Qatar FIFA World Cup 2022 देखने गए दर्शकों के लिए भी मुसीबत कम नहीं है क्योंकि वो क्या खाएंगे, क्या पीएंगे और क्या पहनेंगे उस पर भी कई तरह की पांबदियां हैं। जिसके कारण अब फीफा विश्व कप 2022 विवादों से भरा हुआ है। दरअसल, यूरोप, अमेरिका से मैच देखने पहुंचने वाले लोगों के लिए बीयर पीना, डांस करना आदि एक आम बात है लेकिन यहां कतर में ये सब करना बहुत मुश्किल है। ऐसे में फैंस काफी नाराज हैं।इस्लामिक देश कतर के लिए गए ऐसे विवादित फैसलों से उसकी मंशा साफ दिखाई पड़ने लगी है। कतर अब खेल के अंदर धर्म को मिला रहा है, कट्टरपंथी कतर अब खेल का भी इस्लामीकरण करना चाह रहा है और इसके लिए उसने भगोड़े जाकिर नाइक को अपना मेहमान बनाया है। जाकिर नाइक को फीफा विश्व कप में कतर के द्वारा बुलाए जाने का दूर दूर तक कोई सही और स्पष्ट आधार दिखाई नहीं पड़ रहा है। ऐसे में खेल को आधार बनाकर कतर क्या करना चाह रहा है यह अब किसी से छुपा नहीं है।
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