लखनऊ: लोगों के घरों तक नल का जल पहुंचाने के मामले में उत्तर प्रदेश के चार जिलों ने शानदार प्रदर्शन किया है। जल जीवन मिशन के तहत ग्रामीण इलाकों में हर घर नल कनेक्शन देने में यूपी के शाहजहांपुर ने इतिहास रच दिया है। एक महीने में सबसे अधिक नल कनेक्शन देने में शाहजहांपुर देश में नम्बर-वन बन गया है। जल जीवन मिशन की वेबसाइट पर दिए गए आंकड़ों के मुताबिक बुलंदशहर, बरेली, मिर्जापुर को भी इस सर्वेक्षण में स्थान मिला है। इस उपलब्धि को ग्रामीण पेयजल आपूर्ति के मामले में योगी सरकार की बड़ी छलांग माना जा रहा है। शाहजहांपुर, बुलंदशहर, बरेली, मिर्जापुर जिले ग्रामीण जनता को नल कनेक्शन प्रदान करने के साथ युवाओं को प्रदान किए जा रहे रोजगार में तो अव्वल हैं ही। वाटर क्वालिटी, महिलाओं को जल जांच का प्रशिक्षण प्रदान करने जैसी विभिन्न मापदंडों पर भी खरे उतरे हैं। इस सर्वेक्षण में योजना की प्रगति के आधार पर मिलने वाले अंकों से देश भर में जिलों का चुनाव किया जाता है।
अक्टूबर माह में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले यूपी के जिलों में शाहजहांपुर, बुलंदशहर और बरेली के नाम दर्ज हो गए हैं। जिलों की रैकिंग में शाहजहांपुर 6,89,990 कुल अंक पाकर सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाली श्रेणी में पहले स्थान पर है। बुलंदशहर 6,57,180 अंक प्राप्त कर दूसरे स्थान पर और बरेली 6,19,114 अंक प्राप्त कर इस श्रेणी में तीसरे स्थान पर है। अक्टूबर माह में सबसे तेजी से आगे बढ़ने वाले जिलों में यूपी का शाहजहांपुर पहले स्थान पर, मिर्जापुर दूसरे और बुलंदशहर तीसरे स्थान पर हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की महत्वाकांक्षी योजना को उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार बड़ी तेजी से आगे बढ़ा रही है। दिसम्बर माह तक बुंदेलखंड में 90 प्रतिशत से अधिक नल कनेक्शन प्रदान किए जाने का कार्य युद्ध स्तर पर किया जा रहा है। प्रदेश के अन्य जिलों में लक्ष्य पूरा करने में विभाग के अधिकारी पूरी ताकत से जुटे हैं। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर विभागीय मंत्री, प्रमुख सचिव सहित समस्त अधिकारी व कर्मचारी फील्ड पर हैं।
पांच श्रेणियों में होता है देश भर से जिलों का चुनाव
जल जीवन सर्वेक्षण-2023 में 5 श्रेणियों में देश भर के जिलों को चुना जाता है। चार श्रेणियों में एक माह में 100 प्रतिशत नल करनेक्शन वाले जिलों को फ्रंट रनर में, 75 से 100 प्रतिशत नल कनेक्शन करने वाले जिलों को हाई एचीवर्स, एचीवर्स की श्रेणी में, 50 से 75 प्रतिशत तक नल कनेक्शन प्रदान करने वाले जिलों को परफार्मर्स की श्रेणी में और 0 से 25 प्रतिशत नल करने करने वाले जिलों को एस्पिरेंट श्रेणी में शामिल किया जाता है।
दो श्रेणियों में पहले स्थान पर रहा शाहजहांपुर
शाहजहांपुर ने अकेले अक्टूबर माह में 28419 नल कनेक्शन देकर एस्पिरेंट श्रेणी में पहला स्थान बनाया। शाहजहांपुर में अक्टूबर माह में तेजी से काम करते हुए जल जीवन मिशन के तहत 7 प्रतिशत नल कनेक्शन देने का काम किया गया। 10.59 प्रतिशत टैप कनेक्शन से यह आंकड़ा 17.35 तक पहुंचा। वेबसाइट के मुताबिक एक अक्टूबर तक 44557 परिवारों को टैप कनेक्शन दिए गए। जबकि 31 अक्टूबर तक नल कनेक्शन देने का आंकड़ा 72976 पहुंचा है।
बुलंदशहर का प्रदर्शन भी हुआ बेहतर
बुलंदशहर ने अक्टूबर माह में 21260 हर घर नल कनेक्शन प्रदान किए गए। एक अक्टूबर नल कनेक्शनों की संख्या 97,129 थी, जो 31 अक्टूबर तक 1,18,389 पहुंच गई। एक महीने में 6 प्रतिशत एफएचटीसी देने वाले दूसरे प्रदेश के रूप में एस्पिरेंट श्रेणी में बुलंदशहर ने जगह बनाई है। एक महीने में बुलंदशहर में 119 महिलाओं को पानी जांच का प्रशिक्षण पूरा किया गया।
सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन वाली श्रेणी में दूसरे स्थान पर बरेली
बरेली जिले ने अक्टूबर माह में 22222 परिवारों को नल कनेक्शन देकर एस्पिरेंट श्रेणी में तीसरा स्थान बनाया। एक अक्टूबर तक बरेली में 59834 कनेक्शन दिए गए थे 31 अक्टूबर तक यह आंकड़ा 82056 पहुंच गया। एक महीने में बरेली में 448 महिलाओं को पानी जांच का प्रशिक्षण पूरा किया गया।
तेजी से आगे बढ़ाने वाली श्रेणी में दूसरे स्थान पर मिर्जापुर
मिर्जापुर ने अक्टूबर माह में 20655 परिवारों को नल कनेक्शन देकर तेजी से आगे बढ़ने वाले जिलों में अपना स्थान बनाया है। एक अक्टूबर तक यहां 74991 नल कनेक्शन दिए गए थे जो 31 अक्टूबर तक 95646 तक पहुंच गए।
एफटीके ट्रेनिंग देने की श्रेणी में भी अव्वल रहे तीन जिले
शाहजहांपुर जिले ने हर घर नल से जल प्रदान करने के एस्पिरेंट श्रेणी के मापदंडों को पूरा कर यह उपलब्धि हासिल की है जिसकारण सर्वेक्षण में उसको फुल मार्क्स मिले हैं। जिले में पानी की शुद्धता के लिए किए जा रहे प्रयासों में पानी जांच करने और सबसे अधिक महिलाओं को जांच करने के लिए प्रशिक्षण (एफटीके) प्रदान करने में भी शाहजहांपुर सभी जिलों से आगे रहा। शाहजहांपुर जिले में अकेले अक्टूबर माह में 933 महिलाओं को एफटीके ट्रेनिंग के लिए प्रशिक्षित किया गया।
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