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लखनऊ में हजरतगंज के चार सितारा होटल लेवाना सुइट्स में सोमवार सुबह भीषण आग लग गई। इससे तीन मंजिला होटल आग की चपेट में आ गया और हर कमरे में धुंआ भर गया। हादसे के वक्त होटल में ठहरे मेहमान नींद में थे। धुआं भरने से दम घुटने लगा तो उनकीं आंखें खुल गईं और जान बचाने के लिए भागने लगे। इस दौरान दम घुटने से चार लोगों की मौत हो गई। 16 लोग घायल हो गए। सभी को सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने होटल मालिक रोहित अग्रवाल, राहुल अग्रवाल, जीएम सागर श्रीवास्तव व पवन अग्रवाल पर लापरवाही व गैरइरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज किया है। रोहित, राहुल व सागर को हिरासत में लेकर पुलिस पूछताछ कर रही है। फोरेंसिक जांच के बाद होटल सील कर दिया गया है।
हादसे की सूचना मिलते ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सिविल अस्पताल पहुंचे। वहां उन्होंने घायलों से बातचीत कर राहत कार्य के निर्देश दिये। वहीं प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद ने दोपहर में मंडलायुक्त डॉ. रोशन जैकब और पुलिस आयुक्त एसबी शिरडकर की संयुक्त कमेटी गठित कर जांच का आदेश दिया। आदेश मिलते ही मंडलायुक्त ने संबंधित विभागों को नोटिस जारी कर जवाब तलब कर लिया है। पुलिस ने घटना में मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।
बताया जा रहा है कि बिजली के पैनल रूम में शॉर्ट सर्किट की वजह से सुबह करीब सात बजे आग लग गई। होटल के 30 में से 18 कमरे बुक थे। इनमें 30 यात्री ठहरे हुए थे। स्टाफ को मिला लें तो हादसे के वक्त होटल में करीब 60 लोग मौजूद थे। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस, अग्निशमन विभाग, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ ने करीब सात घंटे तक रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर 26 लोगों को बाहर निकाला। इनमें से चार की मौत हो चुकी थी। होटल में मौजूद बाकी लोग हादसा होते ही बाहर निकल गए थे। मृतकों में सभी लखनऊ के थे। इनमें नाका के गुरनूर आनंद, उनकी मंगेतर साहिब कौर, खुर्रमनगर का अमान गाजी, इंदिरानगर की श्राविका संत थे। गुरनूर व साहिब की जनवरी में शादी होने वाली थी। वे रविवार रात को होटल में पारिवारिक कार्यक्रम में शामिल होने आए थे।
घायलों की सूची
हादसे में अंश कौशिक, कामिनी, दिल्ली की मोना, श्रवण कुमार, राजकुमार, चंद्रेश यादव, आनंद उपाध्याय, प्रदीप मौर्या, रोहित यादव, बच्चू लाल, शिव बाबू, रवि पटेल, प्रमोद मिश्रा, गणेश मौर्या, दिनेश मौर्या और कमला प्रसाद शामिल हैं।
होटल में फंसे लोगों की सूची
होटल लेवाना में हादसे के समय कर्मचारी व यात्रियों की सूची प्रशासन ने जारी की। जिसमें मोना, अंश कौशिक, कामिनी, चंद्रेश, आनंद उपाध्याय, प्रदीप मौर्य, अनुज गोयल, अभिषेक शुक्ला, अभिषेक शुक्ला, अंकित विशाल, इमरान जहा, श्रेया तिवारी, शिखर, प्रवीन गुप्ता, फरहीन अंसारी, शिवम अवस्थी, संदीप त्यागी, इशान श्रीवास्तव, मोहित अग्रवाल, पीबी सिंह, महक वर्मा व शाकिब खान शामिल है। वहीं होटल के कमरा नंबर 314 में ठहरी नैना तिवारी, कमरा न ंबर 206 में ठहरे उज्जवल मिश्रा लापता हैं। इन दोनों का सुराग नहीं लगा है। पुलिस के मुताबिक मोबाइल बंद आ रहा है।
मुख्यमंत्री व उप मुख्यमंत्री पहुंचे अस्पताल, घायलों से की बात
हादसे की सूचना मिलते ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सिविल अस्पताल पहुंचे। वहां पहुंचने के बाद सभी घायलों से हादसे व उनके उपचार के बारे में बातचीत की। उन्होंने सीएमओ को निर्देश दिया कि सभी घायलों के इलाज में लापरवाही न बरती जाए। उन्होंने पूरे इलाज व्यवस्था के बारे में सीएमओ से पूछताछ भी की। वहीं कुछ देर बाद उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक भी सिविल अस्पताल गये। उन्होंने भी इलाज से संबंधित पूरी जानकारी हासिल की। इसके बाद होटल लेवाना हादसा स्थल पर पहुंचे। वहां अधिकारियों को राहत कार्य तेज कर अंदर फंसे लोगों को बाहर निकालने का निर्देश दिया।
मुख्यमंत्री ने किया जांच का आदेश
होटल मे आग लगने से चार की मौत की पुष्टि होते ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर गृह विभाग ने जांच कमेटी का गठन किया। कमेटी में पुलिस कमिश्नर एसबी शिरडकर और मंडलायुक्त रोशन जैकब को शामिल किया गया। उन्होंने साफ निर्देश दिया कि जो भी इस हादसे केलिए जिम्मेदार है। उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। वहीं कमेटी गठित होने के एक घंटे के अंदर मंडलायुक्त रोशन जैकब ने तीन बिंदुओं पर अग्निशमन विभाग, लखनऊ विकास प्राधिकरण से जवाब मांगा हैं। देर शाम को जांच कमेटी में डीआईजी अग्निशमन आकाश कुलहरि को भी शामिल किया गया।
मालिक व जीएम पुलिस हिरासत में पूछताछ
हादसा होने के बाद लोगों को बाहर निकाला गया। इसके बाद जैसे ही जांच कमेटी गठित हुई। तत्काल पुलिस भी हरकत मे आ गई। पुलिस ने होटल के मालिक रोहित अग्रवाल, राहुल अग्रवाल और जीएम संजय श्रीवास्तव को हिरासत में ले लिया। संयुक्त पुलिस आयुक्त कानून-व्यवस्था पीयूष मोर्डिया के मुताबिक तीनों से पूछताछ की जा रही है। वहीं पुलिस की तरफ से अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।
मंडलायुक्त ने एलडीए वीसी को दिया तोड़ने का आदेश
सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद ने जांच के लिए मंडलायुक्त डॉ. रोशन जैकब और पुलिस आयुक्त एसबी शिरडकर की कमेटी बनाई है। होटल लेवाना सुइट्स एलडीए के इंजीनियरों और अफसरों की सांठगांठ से बिना नक्शे के ही अवैध तरीके से खड़ा हो गया। मंडलायुक्त ने एलडीए वीसी डॉ. इंद्रमणि त्रिपाठी को होटल का अवैध निर्माण तोड़ने का आदेश दिया है। साथ ही होटल संचालन में जिम्मेदार एलडीए के अधिकारी, इंजीनियर और कर्मचारियों पर भी कार्रवाई कर रिपोर्ट तलब की है। यही नहीं, एलडीए ने जिन होटलों के अवैध निर्माण तोड़ने का पूर्व में आदेश किया है, उसे सील किया जाएगा।
जिस जमीन पर अस्थायी ऑफिस की मिली थी अनुमति उस पर खड़ा कर दिया होटल
एलडीए के अधिकारियों के मुताबिक वर्ष 1996 में बंसल कंस्ट्रक्शन कंपनी के नाम से गुलमोहर अपार्टमेंट बनाने के लिए ग्रुप हाउसिंग का नक्शा पास कराया गया था। कंपनी ने अपार्टमेंट के पास खाली जमीन छोड़ी थी, जिस पर ऑफिस बनना था। ग्रुप हाउसिंग बनने के बाद इसका इस्तेमाल वापस आवासीय करना था, लेकिन एलडीए की ‘सेवा’ से वर्ष 2017 में इसकी जगह होटल लेवाना शुरू हो गया। इसे बनवाने में एलडीए के इलाकाई तत्कालीन अधिशासी अभियंता, सहायक अभियंता एवं अवर अभियंता की सरपरस्ती रही।
यही नहीं, गोमतीनगर के होटल सेवीग्रैंड में आग लगने के बाद सात मई को जोन छह के जोनल अधिकारी राजीव कुमार ने होटल लेवाना को नोटिस जारी किया था। इसके जवाब में होटल ने फायर की साल 2021 की एनओसी दिखाई, लेकिन होटल प्रबंधन नक्शा नहीं दिखा पाया। हालांकि, इस पर भी एलडीए ने कोई कार्रवाई नहीं की।
विस्तार
लखनऊ में हजरतगंज के चार सितारा होटल लेवाना सुइट्स में सोमवार सुबह भीषण आग लग गई। इससे तीन मंजिला होटल आग की चपेट में आ गया और हर कमरे में धुंआ भर गया। हादसे के वक्त होटल में ठहरे मेहमान नींद में थे। धुआं भरने से दम घुटने लगा तो उनकीं आंखें खुल गईं और जान बचाने के लिए भागने लगे। इस दौरान दम घुटने से चार लोगों की मौत हो गई। 16 लोग घायल हो गए। सभी को सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने होटल मालिक रोहित अग्रवाल, राहुल अग्रवाल, जीएम सागर श्रीवास्तव व पवन अग्रवाल पर लापरवाही व गैरइरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज किया है। रोहित, राहुल व सागर को हिरासत में लेकर पुलिस पूछताछ कर रही है। फोरेंसिक जांच के बाद होटल सील कर दिया गया है।
हादसे की सूचना मिलते ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सिविल अस्पताल पहुंचे। वहां उन्होंने घायलों से बातचीत कर राहत कार्य के निर्देश दिये। वहीं प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद ने दोपहर में मंडलायुक्त डॉ. रोशन जैकब और पुलिस आयुक्त एसबी शिरडकर की संयुक्त कमेटी गठित कर जांच का आदेश दिया। आदेश मिलते ही मंडलायुक्त ने संबंधित विभागों को नोटिस जारी कर जवाब तलब कर लिया है। पुलिस ने घटना में मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।
बताया जा रहा है कि बिजली के पैनल रूम में शॉर्ट सर्किट की वजह से सुबह करीब सात बजे आग लग गई। होटल के 30 में से 18 कमरे बुक थे। इनमें 30 यात्री ठहरे हुए थे। स्टाफ को मिला लें तो हादसे के वक्त होटल में करीब 60 लोग मौजूद थे। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस, अग्निशमन विभाग, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ ने करीब सात घंटे तक रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर 26 लोगों को बाहर निकाला। इनमें से चार की मौत हो चुकी थी। होटल में मौजूद बाकी लोग हादसा होते ही बाहर निकल गए थे। मृतकों में सभी लखनऊ के थे। इनमें नाका के गुरनूर आनंद, उनकी मंगेतर साहिब कौर, खुर्रमनगर का अमान गाजी, इंदिरानगर की श्राविका संत थे। गुरनूर व साहिब की जनवरी में शादी होने वाली थी। वे रविवार रात को होटल में पारिवारिक कार्यक्रम में शामिल होने आए थे।
घायलों की सूची
हादसे में अंश कौशिक, कामिनी, दिल्ली की मोना, श्रवण कुमार, राजकुमार, चंद्रेश यादव, आनंद उपाध्याय, प्रदीप मौर्या, रोहित यादव, बच्चू लाल, शिव बाबू, रवि पटेल, प्रमोद मिश्रा, गणेश मौर्या, दिनेश मौर्या और कमला प्रसाद शामिल हैं।
होटल में फंसे लोगों की सूची
होटल लेवाना में हादसे के समय कर्मचारी व यात्रियों की सूची प्रशासन ने जारी की। जिसमें मोना, अंश कौशिक, कामिनी, चंद्रेश, आनंद उपाध्याय, प्रदीप मौर्य, अनुज गोयल, अभिषेक शुक्ला, अभिषेक शुक्ला, अंकित विशाल, इमरान जहा, श्रेया तिवारी, शिखर, प्रवीन गुप्ता, फरहीन अंसारी, शिवम अवस्थी, संदीप त्यागी, इशान श्रीवास्तव, मोहित अग्रवाल, पीबी सिंह, महक वर्मा व शाकिब खान शामिल है। वहीं होटल के कमरा नंबर 314 में ठहरी नैना तिवारी, कमरा न ंबर 206 में ठहरे उज्जवल मिश्रा लापता हैं। इन दोनों का सुराग नहीं लगा है। पुलिस के मुताबिक मोबाइल बंद आ रहा है।
मुख्यमंत्री व उप मुख्यमंत्री पहुंचे अस्पताल, घायलों से की बात
हादसे की सूचना मिलते ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सिविल अस्पताल पहुंचे। वहां पहुंचने के बाद सभी घायलों से हादसे व उनके उपचार के बारे में बातचीत की। उन्होंने सीएमओ को निर्देश दिया कि सभी घायलों के इलाज में लापरवाही न बरती जाए। उन्होंने पूरे इलाज व्यवस्था के बारे में सीएमओ से पूछताछ भी की। वहीं कुछ देर बाद उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक भी सिविल अस्पताल गये। उन्होंने भी इलाज से संबंधित पूरी जानकारी हासिल की। इसके बाद होटल लेवाना हादसा स्थल पर पहुंचे। वहां अधिकारियों को राहत कार्य तेज कर अंदर फंसे लोगों को बाहर निकालने का निर्देश दिया।
मुख्यमंत्री ने किया जांच का आदेश
होटल मे आग लगने से चार की मौत की पुष्टि होते ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर गृह विभाग ने जांच कमेटी का गठन किया। कमेटी में पुलिस कमिश्नर एसबी शिरडकर और मंडलायुक्त रोशन जैकब को शामिल किया गया। उन्होंने साफ निर्देश दिया कि जो भी इस हादसे केलिए जिम्मेदार है। उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। वहीं कमेटी गठित होने के एक घंटे के अंदर मंडलायुक्त रोशन जैकब ने तीन बिंदुओं पर अग्निशमन विभाग, लखनऊ विकास प्राधिकरण से जवाब मांगा हैं। देर शाम को जांच कमेटी में डीआईजी अग्निशमन आकाश कुलहरि को भी शामिल किया गया।
मालिक व जीएम पुलिस हिरासत में पूछताछ
हादसा होने के बाद लोगों को बाहर निकाला गया। इसके बाद जैसे ही जांच कमेटी गठित हुई। तत्काल पुलिस भी हरकत मे आ गई। पुलिस ने होटल के मालिक रोहित अग्रवाल, राहुल अग्रवाल और जीएम संजय श्रीवास्तव को हिरासत में ले लिया। संयुक्त पुलिस आयुक्त कानून-व्यवस्था पीयूष मोर्डिया के मुताबिक तीनों से पूछताछ की जा रही है। वहीं पुलिस की तरफ से अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।
मंडलायुक्त ने एलडीए वीसी को दिया तोड़ने का आदेश
सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद ने जांच के लिए मंडलायुक्त डॉ. रोशन जैकब और पुलिस आयुक्त एसबी शिरडकर की कमेटी बनाई है। होटल लेवाना सुइट्स एलडीए के इंजीनियरों और अफसरों की सांठगांठ से बिना नक्शे के ही अवैध तरीके से खड़ा हो गया। मंडलायुक्त ने एलडीए वीसी डॉ. इंद्रमणि त्रिपाठी को होटल का अवैध निर्माण तोड़ने का आदेश दिया है। साथ ही होटल संचालन में जिम्मेदार एलडीए के अधिकारी, इंजीनियर और कर्मचारियों पर भी कार्रवाई कर रिपोर्ट तलब की है। यही नहीं, एलडीए ने जिन होटलों के अवैध निर्माण तोड़ने का पूर्व में आदेश किया है, उसे सील किया जाएगा।
जिस जमीन पर अस्थायी ऑफिस की मिली थी अनुमति उस पर खड़ा कर दिया होटल
एलडीए के अधिकारियों के मुताबिक वर्ष 1996 में बंसल कंस्ट्रक्शन कंपनी के नाम से गुलमोहर अपार्टमेंट बनाने के लिए ग्रुप हाउसिंग का नक्शा पास कराया गया था। कंपनी ने अपार्टमेंट के पास खाली जमीन छोड़ी थी, जिस पर ऑफिस बनना था। ग्रुप हाउसिंग बनने के बाद इसका इस्तेमाल वापस आवासीय करना था, लेकिन एलडीए की ‘सेवा’ से वर्ष 2017 में इसकी जगह होटल लेवाना शुरू हो गया। इसे बनवाने में एलडीए के इलाकाई तत्कालीन अधिशासी अभियंता, सहायक अभियंता एवं अवर अभियंता की सरपरस्ती रही।
यही नहीं, गोमतीनगर के होटल सेवीग्रैंड में आग लगने के बाद सात मई को जोन छह के जोनल अधिकारी राजीव कुमार ने होटल लेवाना को नोटिस जारी किया था। इसके जवाब में होटल ने फायर की साल 2021 की एनओसी दिखाई, लेकिन होटल प्रबंधन नक्शा नहीं दिखा पाया। हालांकि, इस पर भी एलडीए ने कोई कार्रवाई नहीं की।
UP CM Yogi Adityanath takes cognisance of the incident of fire at Hotel Levana in Hazratganj, Lucknow.
He has directed the District Officials to ensure proper medical treatment of the injured and has also told them to reach the spot and speed up the rescue operation.
(File pic) https://t.co/rspDR2a6cb pic.twitter.com/bT3KhgQIJG
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) September 5, 2022
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