प्रदेश सरकार द्वारा खेल संस्कृति के विकास एवं खिलाड़ियों के बहुमुखी निखार हेतु कटिबद्व है। सरकार द्वारा इसके लिए अनेक कदम उठाये गये है एवं उठाये जा रहे है। यह विचार आज यहॉ खेल दिवस के अवसर पर बाबू के0डी0सिह स्टेडियम में क्षेत्रीय खेल कार्यालय लखनऊ के तत्वावधान में जिला स्तरीय पारम्परिक खेलो के आयोजन पश्चात पुरस्कार वितरण समारोह के दौरान प्रदेश के खेल एवं युवा कल्याण राज्यमंत्री (स्वतन्त्र प्रभार) गिरीश चन्द्र यादव ने व्यक्त किया। उन्होने कहा कि सरकार की मन्शा है कि प्रदेश के प्रत्येक गांव के युवाओं में खेल के प्रति रुचि जागृत हो, इसके लिए राज्य सरकार द्वारा गॉवों में खेल के मैदान, ओपेन जिम का निर्माण एवं प्रत्येक जिला मुख्यालय पर स्टेडियम निर्माण का कार्य तेजी के साथ कराया जा रहा है। नौजवानों के लिए 44 आवासीय क्रीड़ा छात्रावास का संचालन प्रदेश सरकार द्वारा किया जा रहा है। इन छात्रावासों में 18 जनपदों में 16 खेलों से संबंधित प्रशिक्षण भी कुशलतापूर्वक उपलब्ध करवाने का कार्य किया जा रहा है। अवशेष 6 जनपदों में छा़त्रावास तथा अवशेष 4 जनपदों शामली, संभल, हापुड़ व चन्दौली में स्टेडियम निर्माण की कार्यवाही की जा रही है।
मंत्री जी ने कहा कि सरकार द्वारा राष्ट्रीय स्तर के विजेताओं को दी जाने वाली धनराशि को दोगुना कर दिया गया है, अब सबजूनियर वर्ग के स्वर्ण पदक विजेताओं को 25 हजार के स्थान पर 50 हजार की धनराशि, जूनियर वर्ग के स्वर्ण पदक विजेताओं को 50 हजार के स्थान पर एक लाख, सीनियर वर्ग में स्वर्ण पदक विजेताओं को एक लाख के स्थान पर 2 लाख रूपयें तथा राष्ट्रीय खेलों के स्वर्ण पदक विजेताओं को 3 लाख के स्थान पर 6 लाख रूपये की धनराशि पुरस्कार स्वरूप प्रदान की जायेगी। इसके साथ ही राज्य सरकार ने राष्ट्रीय चौम्पियनशिप में भाग लेने वाले प्रदेश के खिलाड़ियों को मिलने वाली खेल किट की राशि को एक हजार रुपये से बढ़ाकर अब ढाई हजार रुपये, आवासीय क्रीड़ा छात्रावास के खिलाड़ियों को भोजन, शिक्षा, प्रतियोगिता में होने वाले व्यय की बढ़ोत्तरी करके डाइट मनी 250 रुपये से बढ़ाकर 375 रुपये प्रतिदिन किया है। सरकार द्वारा खेल के विकास और प्रोत्साहन हेतु उत्तर प्रदेश खेल विकास और प्रोत्साहन नियमावली-2020 प्रख्यापित की गयी है। इसमें प्रदेश के खिलाड़ियांे के लिये तहसील, जिला, मण्डल स्तर पर प्रतियोगिताओं के आयोजन की व्यवस्था है।
मंत्री जी ने कहा कि सरकार द्वारा खेल के साथ ही रोजगार मुहैया कराये जाने के उददेश्य से अन्तर्राष्ट्रीय खेलांे, विश्वकप चौम्पियनशिप, एशियन गेम में प्रदेश के पदक विजेता खिलाड़ियों को सीधे राजपत्रित पदांे पर सीधी भर्ती के माध्यम से नियुक्ति प्रदान करने हेतु उत्तर प्रदेश अन्तराष्ट्रीय पदक विजेता नियमावली-2022 का भी प्रदेश सरकार प्रख्यापन किया गया है।
खेल दिवस पर आयोजित की गई पारम्परिक प्रतियोगिताओं में विजेता एवं उपविजेताओं को पुरस्कार को पुरस्कृत करते हुए खेल मंत्री ने कहा कि खेल से शारीरिक व मानसिक विमारी से बचाव होता है। इसलिए युवाओं को अपने दैनिक जीवन में खेल को अवश्य ही शामिल करना चाहिए।
इस अवसर पर सदस्य विधान परिषद/प्रदेश अध्यक्ष क्रीड़ा भारती इ0 अवनीस कुमार सिंह ने अपने कहा कि परम्परागत खेलों को बढ़ावा देने हेतु इन प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया है। उन्होने कहा कि खेल से युवाओें के चरित्र निर्माण, क्षेत्र निर्माण व राष्ट्र निर्माण में अहम भूमिका होती है।
पुरस्कार वितरण समारोह में निदेशक खेल आर0पी0सिंह, क्षेत्रीय क्रीड़धिकारी अजय सेठी सहित अन्य गणमान्य नगारिक व खिलाड़ी मौजूद रहे।
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