नोएडा: नोएडा में सुपरटेक का ट्विन टावर गिरने के बाद अब एमराल्ड कोर्ट परिसर में लोगों का वापस लौटना शुरू हो गया है। करीब 100 परिवारों के लोग अपने घरों में लौट आए हैं। सेंट्रल बिल्डिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट (CBIR) की टीम एमराल्ड कोर्ट परिसर की स्थिति का जायजा लिया। देखा गया कि कोर्ट परिसर के अन्य 15 टावरों में किसी प्रकार का नुकसान तो नहीं हुआ है। अगर नुकसान है तो इसका प्रभाव कितना होगा? इसके आधार पर लोगों को अपने घरों में वापस लौटने की अनुमति दी गई। एमराल्ड कोर्ट परिसर के बगल में स्थित एटीएस ग्रीन्स विलेज की एक 10 फीट ऊंची दीवार ट्विन टावर विध्वंस का शिकार हुई है। इसकी मरम्मति का कार्य कराया जाएगा। लोगों को अपने फ्लैटों में जाने की अनुमति दिए जाने से साफ हो गया है कि एमराल्ड कोर्ट परिसर में मकानों को अधिक नुकसान नहीं हुआ है।
नोएडा ट्विन टावर को गिराए जाने से पहले एमराल्ड कोर्ट सोसायटी और एटीएस ग्रीन्स विलेज में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया था। सुबह सात बजे तक एमराल्ड कोर्ट सोसायटी के सभी 15 टावरों और एटीएस ग्रीन्स में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेज दिया गया था। उन्हें शाम को वापस लौटने का भरोसा दिलाया गया था। हालांकि, रात 9.30 बजे तक लोगों को अपने फ्लैट्स में प्रवेश मिलना शुरू नहीं हुआ। देर रात लोगों को प्रवेश दिया जाने लगा। करीब 100 परिवार के लोगों को अपने फ्लैटों में जाने की अनुमति दे दी गई।
सीबीआईआर की टीम कर रही जांच
एमराल्ड कोर्ट के सभी भवनों की सीबीआईआर की टीम गहनता के साथ जांच कर ही है। ट्विन गिरने के बाद एमराल्ड कोर्ट और एटीएस ग्रीन्स को ही नुकसान पहुंचने का अंदेशा था। प्रारंभिक रिपोर्ट में एटीएस ग्रीन्स की एक दीवार को छोड़कर कहीं कोई बड़ा नुकसान नहीं होने की पुष्टि की गई है। लेकिन, सीबीआईआर की टीम टावरों के सभी फ्लोर की जांच कर रही है। कहीं इस धमाके का असर तो नहीं हुआ और यह यहां रहने वाले लोगों को जोखिम में तो नहीं डाल सकता है। यह जांच की जा रही है।
अथॉरिटी से कराया जा रहा है छिड़काव
अथॉरिटी की ओर से धूलकण पर नियंत्रण के लिए लगातार पानी का छिड़काव कराया जा रहा है। नोएडा अथॉरिटी की ओर से एमराल्ड कोर्ट सोसायटी और एटीएस ग्रीन्स समेत पूरे इलाके की सफाई के लिए नोटिफिकेशन जारी किया गया है। इसके बाद कर्मचारियों की टीम वहां तैनात की गई है। टैंकरों से पानी के छिड़काव कराए जाने के साथ-साथ फायर ब्रिगेड को भी इस कार्य में लगाया गया है। ट्विन टावर के आसपास के इलाके और सोसायटी में धूल को पानी से साफ कराया जा रहा है।
एस्ट्रिक टावर में रहने वाले एक व्यक्ति वहां पहुंचे। उन्होंने कहा कि हमें 6.30 से 7.30 बजे के बीच आने को कहा गया था। लेकिन, अभी तक जाने की अनुमति नहीं मिली है। तमाम टावरों की जांच के बाद अंदर जाने देने की बात कही जा रही है।
एमराल्ड कोर्ट को नहीं पहुंचा नुकसान
नोएडा प्रशासन की ओर से बताया गया है कि पूरी प्रक्रिया में एटीएस विलेज की करीब 10 मीटर बाउंड्री दीवार छतिग्रस्त हुई है, जिसे जल्द दुरुस्त करवा दिया जाएगा। वहीं, कुछ खिड़कियों के कांच टूटने की जानकारी भी मिली है। जानकारी के मुताबिक एमराल्ड कोर्ट इमारत को ब्लास्ट की इस प्रक्रिया में कोई नुकसान नहीं हुआ है। एमराल्ड कोर्ट परिसर की ही टावर नंबर 16 और 17 को ट्विन टावर के नाम से जाना जाता था। इसके गिरने के बाद इलाके को सेफ जोन घोषित कर लोगों को वापस लौटने की हरी झंडी दे दी गई है।
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