देवरिया: पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी 1999 के लोकसभा चुनाव प्रचार में अपने 40 मिनट के भाषण से देवरिया का पूरा चुनावी समीकरण ही बदल दिया था। भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए अटल जी ने कहा था कि मात्र एक वोट से मेरी सरकार 13 महीने में ही गिर गई। 1998 के चुनाव में आप लोगों ने अगर श्रीप्रकाश मणि को जिताया होता तो यह नौबत नहीं आती। ऐसी गलती दोबारा मत कीजिएगा। पिछली बार मणि को आप लोगों ने 4 हजार मतों से हराया था। इस बार इन्हें भारी मतों से जिताइएगा। उनकी मार्मिक अपील से सपा के पक्ष में चल रही चुनावी हवा बदल गई और भाजपा के श्री प्रकाश मणि भारी मतों से चुनाव जीते। आज अटल बिहारी वाजपेयी की चौथी पुण्यतिथि है।
1998 के लोकसभा चुनाव में देवरिया से हार गई थी भाजपा
1996 से 2009 तक के लोकसभा चुनाव में देवरिया में भाजपा और सपा के बीच सीधी टक्कर होती रही है। सपा से मोहन सिंह और भाजपा से पूर्व लेफ्टिनेंट जनरल श्री प्रकाश मणि त्रिपाठी के बीच ही मुख्य मुकाबला होता रहा। दोनों नेता दो-दो बार सांसद भी रह चुके हैं। 1996 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के श्रीप्रकाश मणि चुनाव जीत गए और समाजवादी पार्टी के मोहन सिंह को हार का सामना करना पड़ा था। 1998 के लोकसभा चुनाव में समीकरण उल्टा हो गया और समाजवादी पार्टी के मोहन सिंह चुनाव जीत गए। इस बार के चुनाव में किसी भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला था।
1999 में 1 वोट से गिर गई थी अटल सरकार
अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में केंद्र में गठबंधन की सरकार बनी। लगभग 13 महीने बाद 1999 में जयललिता की पार्टी एआईएडीएमके ने वाजपेयी सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया। सरकार के अल्पमत में आने के बाद राष्ट्रपति ने सरकार को अपना बहुमत साबित करने के लिए कहा। 17 अप्रैल 1999 को लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग हुई, जिसमें अटल बिहारी की सरकार एक वोट से हार गिर गई।
1999 में बोले थे अटल देवरिया ने जिताया होता तो बच गई होती मेरी सरकार
1999 में फिर लोकसभा का चुनाव हुआ। इस बार भी समाजवादी पार्टी से मोहन सिंह और भाजपा से श्रीप्रकाश मणि त्रिपाठी ही आमने-सामने थे। इस चुनाव में देवरिया का समीकरण समाजवादी पार्टी के पक्ष में था और मोहन सिंह भारी दिख रहे थे। चुनावी समीकरण मजबूत करने के लिए देवरिया में अटल बिहारी बाजपेई की जनसभा करने आए। अपने संबोधन के दौरान उन्होंने कहा कि एक वोट से मेरी सरकार 13 महीने में ही गिर गई। अगर श्रीप्रकाश मणि को आप लोगों ने जीत दिलाई होती तो यह नौबत नहीं आती। ऐसी गलती दोबारा मत कीजिएगा। पिछला चुनाव चार हजार मत से हारे थे। इस बार इन्हें भारी मतों से जिताइएगा। अटल जी की मार्मिक अपील का ऐसा असर हुआ कि समीकरण उल्टा हो गया और और भाजपा के श्री प्रकाश मणि त्रिपाठी चुनाव जीत गए।
इनपुट- कौशल किशोर त्रिपाठी
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