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बेलदार, मजदूर और अन्य श्रमिकों के बेटा-बेटी को अच्छी शिक्षा पाने में पैसे की बाधा नहीं रहेगी। अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाई कर सकेंगे। इनके लिए आगरा के फतेहपुर सीकरी के कौरई गांव में अटल आवासीय विद्यालय बन रहा है। इसमें सीबीएसई और आईसीएसई पद्धति पर पढ़ाई होगी। रहने-खाने, पोशाक और पाठ्यसामग्री आदि सुविधाएं निशुल्क मिलेंगी। अक्तूबर में भवन का निर्माण पूरा होने की संभावना है।
उप श्रमायुक्त दीप्तिमान भट्ट ने बताया कि इसमें एक हजार विद्यार्थियों के पढ़ने- लिखने और रहने की निशुल्क व्यवस्था होगी। छह से 14 साल तक की उम्र के बच्चे प्राथमिक, जूनियर हाईस्कूल और माध्यमिक शिक्षा की पढ़ाई करेंगे। इसमें श्रम विभाग में पंजीकृत श्रमिकों के बच्चे ही पात्र होंगे। भवन का निर्माण कार्य अंतिम दौर में है। करीब 10 फीसदी ही कार्य बचा है। पढ़ाई सीबीएसई और आईसीएसई पद्धति पर होगी। पढ़ाई के साथ खेलकूद भी जोर रहेगा। विद्यालय में बालक और बालिकाओं की पढ़ाई की व्यवस्था है।
71.15 करोड़ रुपये से बन रहा है विद्यालय
विद्यालय निर्माण की लागत 71.15 करोड़ रुपये है। पांच ब्लाक ब्लॉक बनेंगे। एक ब्लॉक शिक्षकों के लिए, एक में कार्यालय और तीन ब्लॉक शैक्षणिक कार्यों के लिए होंगे। शैक्षणिक कार्यों के लिए ब्लॉक में वरिष्ठ छात्रावास के लिए 184 कमरे, जूनियरों के लिए 72 कमरे होंगे। 27 कमरों में कक्षाएं चलेंगी और 31 कक्षों में प्रयोगशाला संचालित होगी। अध्यापन के लिए 7 शिक्षकों की व्यवस्था की है। 4 चौकीदार, 2 रसोइया, वार्डन और लेखाकार की नियुक्ति भी होगी।
ये रहेगी स्कूल में सुविधा
पढ़ाई, भोजन और रहने की निशुल्क व्यवस्था।
बच्चों के पीने के लिए साफ पानी की व्यवस्था।
बच्चों के लिए खेलकूद, मनोरंजन की सुविधा।
पोशाक, पाठ्यसामग्री निशुल्क दी जाएंगी।
प्रयोग करने के लिए प्रयोगशाला की सुविधा
संगीत सीखने के लिए अलग से व्यवस्था।
विस्तार
बेलदार, मजदूर और अन्य श्रमिकों के बेटा-बेटी को अच्छी शिक्षा पाने में पैसे की बाधा नहीं रहेगी। अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाई कर सकेंगे। इनके लिए आगरा के फतेहपुर सीकरी के कौरई गांव में अटल आवासीय विद्यालय बन रहा है। इसमें सीबीएसई और आईसीएसई पद्धति पर पढ़ाई होगी। रहने-खाने, पोशाक और पाठ्यसामग्री आदि सुविधाएं निशुल्क मिलेंगी। अक्तूबर में भवन का निर्माण पूरा होने की संभावना है।
उप श्रमायुक्त दीप्तिमान भट्ट ने बताया कि इसमें एक हजार विद्यार्थियों के पढ़ने- लिखने और रहने की निशुल्क व्यवस्था होगी। छह से 14 साल तक की उम्र के बच्चे प्राथमिक, जूनियर हाईस्कूल और माध्यमिक शिक्षा की पढ़ाई करेंगे। इसमें श्रम विभाग में पंजीकृत श्रमिकों के बच्चे ही पात्र होंगे। भवन का निर्माण कार्य अंतिम दौर में है। करीब 10 फीसदी ही कार्य बचा है। पढ़ाई सीबीएसई और आईसीएसई पद्धति पर होगी। पढ़ाई के साथ खेलकूद भी जोर रहेगा। विद्यालय में बालक और बालिकाओं की पढ़ाई की व्यवस्था है।
71.15 करोड़ रुपये से बन रहा है विद्यालय
विद्यालय निर्माण की लागत 71.15 करोड़ रुपये है। पांच ब्लाक ब्लॉक बनेंगे। एक ब्लॉक शिक्षकों के लिए, एक में कार्यालय और तीन ब्लॉक शैक्षणिक कार्यों के लिए होंगे। शैक्षणिक कार्यों के लिए ब्लॉक में वरिष्ठ छात्रावास के लिए 184 कमरे, जूनियरों के लिए 72 कमरे होंगे। 27 कमरों में कक्षाएं चलेंगी और 31 कक्षों में प्रयोगशाला संचालित होगी। अध्यापन के लिए 7 शिक्षकों की व्यवस्था की है। 4 चौकीदार, 2 रसोइया, वार्डन और लेखाकार की नियुक्ति भी होगी।
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