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Banda Boat Accident: बांदा नाव हादसे में मृतकों का आंकड़ा बढ़ा, अब तक 11 शव बरामद, यमुना में सर्च ऑपरेशन जारी

बांदा: उत्तर प्रदेश के बांदा में हुए नाव हादसे में मरने वालों का आंकड़ा 11 पहुंच गया है। यमुना नदी के तेज बहाव में करीब 50 यात्रियों से भरी नाव डूब गई थी। मौसम सही होने पर शनिवार की सुबह 7 और लाशें मिलने के बाद आंकड़ा 11 हो गया है। अभी भी करीब 10 अन्य ऐसे लोग हैं, जिनका पता नहीं चल सका है। तलाश के लिए सर्च ऑपरेशन लगातार जारी है। मुख्‍यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हादसे में मारे गए लोगों के घरवालों को 4-4 लाख रुपये की आर्थिक मदद देने की घोषणा की है।

बांदा में हुए नाव हादसे में अब तक 11 लोगों की मौत हो चुकी है। दो दिन पहले गुरुवार दोपहर यमुना नदी में तेज बहाव के कारण 50 यात्रियों से भरी नाव डूब गई थी। अधिकांश लोग तो तैरकर बाहर निकल आए। दुर्घटना से पहले का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इसमें साफ देखा जा सकता है कि किस तरह हथिनी कुंड बैराज से छोड़े गए पानी के तेज बहाव में नौका डगमगा रही है। धीरे-धीरे नाव से नाविक का नियंत्रण हट जाता है और नाव डूब जाती है।

यह हादसा बांदा में मरका गांव के पास हुआ। सीएम योगी आदित्यनाथ ने मृतकों के परिजन को 4-4 लाख रुपये की आर्थिक मदद देने की घोषणा की है। उन्होंने पीड़ितों को तत्काल सहायता पहुंचाने के भी निर्देश दिए हैं। साथ ही अपने दो मंत्रियों रामकेश निषाद और राकेश सचान को तत्काल मौके पर पहुंचने का निर्देश भी दिया। बारिश और तेज लहरों के कारण सर्च ऑपरेशन बंद कर दिया था।

स्‍थानीय लोगों ने बताया कि हर रोज मरका घाट से सैकड़ों की संख्या में लोग नाव से यमुना पार कर फतेहपुर और प्रयागराज जाते हैं। ग्रामीणों का कहना है कि जब तक नाव में कम से कम 40 यात्री नहीं हो जाते, नाविक आगे बढ़ने के लिए तैयार नहीं होते। ऐसे में लोगों को एक एक घंटे तक इंतजार करना पड़ता है। त्‍योहारों के दौरान भीड़ बढ़ जाती है। ऐसे में नाविक ज्‍यादा पैसे कमाने के चक्‍कर में 50 से ज्‍यादा यात्रियों को भी नाव में बैठा लेते हैं, जिससे हादसे हो जाते हैं।