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शरीर में दर्द, कमजोरी हो रही है। भूख भी प्रभावित है तो ये वायरल फीवर की दस्तक है। आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज की मेडिसिन विभाग की ओपीडी में वायरल फीवर के मरीजों की संख्या 35 फीसदी बढ़ गई है। ओपीडी में अभी 430 से अधिक मरीज आ रहे हैं। इसमें से 120 मरीजों में वायरल फीवर मिल रहा है।
शुरुआत में नीरसता, मांसपेशियों में दर्द, सिर में भी दर्द की शिकायत है। इसके बाद बुखार आ रहा है। ये पांच से सात दिन तक रह रहा है। बीते सप्ताह से वायरल फीवर के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ी है। कई मरीजों में गले में खराश भी मिली। कोविड की आशंका पर नमूने की जांच भी कराई जा रही है। बच्चों का भी यही हाल है।
बचाव के लिए ये करें
रेफ्रिजरेटर में रखा पानी न पीएं।
ठंडी सामग्री खाने से बचें।
सादा या फिर गुनगुना पानी पीएं।
आराम करें और तरल पदार्थ अधिक लें।
खाने में दाल, चपाती और हरी सब्जी लें।
मौसम फल खाएं, रात को दूध पीएं।
आराम और पौष्टिक भोजन करें- चिकित्सक
एसएन मेडिकल कॉलेज के वरिष्ठ फिजीशियन डॉ. अजित चाहर ने बताया कि बरसात के कारण मौसम बदला है। इससे वायरल फीवर के मरीज बढ़ रहे हैं। ऐसे मरीजों को दवा देने के साथ ही उनको आराम करने की सीख भी दे रहे हैं। पौष्टिक भोजन और आराम ज्यादा फायदेमंद है।
विस्तार
शरीर में दर्द, कमजोरी हो रही है। भूख भी प्रभावित है तो ये वायरल फीवर की दस्तक है। आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज की मेडिसिन विभाग की ओपीडी में वायरल फीवर के मरीजों की संख्या 35 फीसदी बढ़ गई है। ओपीडी में अभी 430 से अधिक मरीज आ रहे हैं। इसमें से 120 मरीजों में वायरल फीवर मिल रहा है।
शुरुआत में नीरसता, मांसपेशियों में दर्द, सिर में भी दर्द की शिकायत है। इसके बाद बुखार आ रहा है। ये पांच से सात दिन तक रह रहा है। बीते सप्ताह से वायरल फीवर के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ी है। कई मरीजों में गले में खराश भी मिली। कोविड की आशंका पर नमूने की जांच भी कराई जा रही है। बच्चों का भी यही हाल है।
बचाव के लिए ये करें
रेफ्रिजरेटर में रखा पानी न पीएं।
ठंडी सामग्री खाने से बचें।
सादा या फिर गुनगुना पानी पीएं।
आराम करें और तरल पदार्थ अधिक लें।
खाने में दाल, चपाती और हरी सब्जी लें।
मौसम फल खाएं, रात को दूध पीएं।
आराम और पौष्टिक भोजन करें- चिकित्सक
एसएन मेडिकल कॉलेज के वरिष्ठ फिजीशियन डॉ. अजित चाहर ने बताया कि बरसात के कारण मौसम बदला है। इससे वायरल फीवर के मरीज बढ़ रहे हैं। ऐसे मरीजों को दवा देने के साथ ही उनको आराम करने की सीख भी दे रहे हैं। पौष्टिक भोजन और आराम ज्यादा फायदेमंद है।
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