लखनऊ: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) की राजनीति में इस समय काफी हलचल हो रही है। एक तरफ विधान परिषद चुनाव (UP MLC Election) की तैयारियां चल रही हैं। वहीं, दूसरी तरफ विपक्षी नेताओं के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है। भाजपा की रणनीति विपक्षी वोट बैंक में सेंधमारी की चल रही है। चित्रकूट के तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर से निकले निहितार्थ कुछ इसी तरफ इशारा कर रहे हैं। इन सबके बीच सीएम योगी आदित्यनाथ और प्रो. रामगोपाल यादव (Yogi Adityanath and Ramgopal Yadav Meeting) की लखनऊ में मुख्यमंत्री आवास पर बैठक की सूचना आई तो राजधानी का राजनीतिक पारा हाई हो गया। सवाल यह उठने लगे कि इस मुलाकात को किस तरह से देखा जाना चाहिए। हालांकि, कुछ देर में साफ हो गया कि सपा कार्यकर्ताओं के उत्पीड़न के मसले को लेकर रामगोपाल सीएम योगी के पास पहुंचे थे।
मिली जानकारी के मुताबिक, सीएम योगी आदित्यनाथ और प्रो. रामगोपाल यादव की मुख्यमंत्री आवास पर बैठक हुई। इसमें रामगोपाल ने एटा जिले में सपा नेताओं और कार्यकर्ताओं के उत्पीड़न का मामला उठाया। मुख्यमंत्री की ओर से उनकी ओर से उठाए गए मसलों पर ध्यान देने की बात कही गई है। हालांकि, सरकार की ओर से साफ कर दिया गया है कि गड़बड़ी करने वालों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा। दरअसल, सीएम योगी और रामगोपाल यादव की मुलाकात की टाइमिंग को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं। दरअसल, सोमवार को भाजपा के विधान परिषद के दोनों उम्मीदवारों ने पर्चा दाखिल किया है। वहीं, संख्या बल न होने के बाद भी सपा की ओर से उम्मीदवार दे दिया गया है।
विधान परिषद चुनाव की वोटिंग 11 अगस्त को होनी है। अगर सपा अपने उम्मीदवार नहीं हटाती है तो वोटिंग होगी। ऐसे में प्रदेश की राजनीति एक बार फिर डोल सकती है। माना जा रहा है कि राष्ट्रपति चुनाव में पार्टी की ओर से किसी प्रकार का व्हिप जारी नहीं किया जाता है। ऐसे में क्रॉस वोटिंग को अधिक तबज्जो नहीं दी जाती है। राष्ट्रपति चुनाव के दौरान यूपी में क्रॉस वोटिंग का मामला सामने आया। सपा को विधान परिषद चुनाव में इस प्रकार का डर सता रहा है। पिछले दिनों प्रसपा अध्यक्ष और सपा विधायक शिवपाल यादव भाजपा के पाले में आते दिखे हैं। ऐसे में अगर वे क्रॉस वोट करते हैं तो फिर पार्टी की ओर से उन पर कार्रवाई हो सकती है। यह सपा और मुलायम परिवार की मुश्किलें बढ़ा सकता है। सीएम योगी और रामगोपाल यादव की मुलाकात को इस नजरिए से भी जोड़कर देखा जा रहा है।
सपा की ओर से किया गया साफ
सीएम योगी और सपा के राष्ट्रीय महासचिव की मुलाकात के बाद बढ़े राजनीतिक तापमान पर पार्टी की ओर से स्थिति साफ की गई है। पार्टी की ओर से कहा गया है कि प्रो. रामगोपाल यादव ने मुख्यमंत्री से लखनऊ में मुलाकात की है। इस दौरान राष्ट्रीय महासचिव ने प्रदेश भर में पिछड़ों और मुसलमानों पर एकतरफा फर्जी मुकदमे दर्ज कर उनके उत्पीड़ने के संदर्भ में चर्चा की। इस बैठक में प्रो. रामगोपाल यादव की ओर से फर्जी मुकदमों को वापस लेने की मांग की गई।
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