मेरठ: संभल के जिला अस्पताल के मरीजों के करीब 60 मिनट बेहद खौफ में बीते। दरअसल, मंगलवार को सुबह अस्पताल की चौथी मंजिल पर जनरल वार्ड में आग लग गई। आग लगने से मशीन, पलंग, वेंटिलेटर और गद्दे जल गए है। बमुश्किल मरीजों को बाहर निकाला गया। लाइट काटी गई। ओपीडी को बंद कर दी गई। सीसीटीवी फुटेज की जांच से आग लगने के कारण को तलाशा जा रहा है। शार्ट सर्किट से आग लगने की जांच की जा रही है। सीसीटीवी में एक युवक को गतिविधि संदिग्ध लगने पर साजिश के शक में उसकी तलाश पुलिस कर रही है।
जिला अस्पताल के अधीक्षक अनूप अग्रवाल के मुताबिक कि अस्पताल में रखे 20 ऑक्सीजन सिलेंडर का आग बुझाने में इस्तेमाल किया गया। जिससे आग पर काबू पा लिया गया। हालांकि सिलेंडर कम होने के कारण आग पर काबू पाने में थोड़ा समय लगा। फा.र ब्रिगेड़ भी बुला की गई थी।
सभी मरीज सुरक्षित
अस्पताल के सभी मरीज सुरक्षित हैं। ओपीडी में भर्ती मरीजों को बाहर निकाला गया था। आग बुझाने के लिए हमारे पास सिर्फ ऑक्सीजन के सिलेंडर ही हैं। बताया जा रहा है कि आग बुझाने के दौरान पाइप लाइन की व्यवस्था फेल हो गई थी।
चौथी मंजिल से उठा धुंआ
बाहरी लोगों ने अस्पताल की चौथी मंजिल से धुंआ निकलते देख प्रबंधन को जानकारी दी थी। आग लगने के बाद जिला अस्पताल के आसपास ट्रैफिक को रोक दिया गया है। जिसकी वजह से आग पर काबू पाने में समय लगा। चौथी मंजिल पर ज्यादा मरीज भर्ती नहीं थे।
मशीन, पलंग, वेंटिलेटर और गद्दे जलकर राख
आग लगने से मशीन, पलंग, वेंटिलेटर और गद्दे जलकर राख हो गए। आग लगने के बाद ओपीडी को बंद कर दिया गया है। फायर ब्रिगेड को भी बुलाया गया था। एसपी मौके पर पहुंचे। उन्होंने हर पहलू पर जांच कराने की बात कही है।
रिपोर्ट- शादाब रिजवी
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