अभिषेक कुमार झा, वाराणसी: कानून व्यवस्था के नाम पर दुबारा बहुमत में आयी योगी सरकार के पुलिस की एक बड़ी लापरवाही सामने आयी है। 17 जून को अलीगढ़ के टप्पल में एक पुलिस चौकी को जला दिया गया था । जिसके बाद अलीगढ़ के टप्पल थाने ने 67 लोगो के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज की।
अलीगढ़ पुलिस ने दावा किया कि ये सभी नाम जांच के बाद शामिल किए गए हैं लेकिन उन 67 आरोपियों में बीएचयू के छात्र विपिन सिंह का भी नाम है । विपिन सिंह बीएचयू में एमएससी का छात्र है और ब्रोचा छात्रावास में रहते हैं । विपिन के मुताबिक वो बीते दो महीनों से बनारस में हैं और पुलिस ने फर्जी तरीके से उसका नाम एफआईआर में दर्ज कर लिया है।
एनडीए की परीक्षा कर चुका है पास, अब
छात्र मूल रूप से अलीगढ़ के टप्पल थाने का रहने वाला है लेकिन पुलिस की दर्ज f.i.r. के मुताबिक जिस दिन यह हिंसा हुई उस दिन बनारस में था बनारस में वह बीते 2 महीनों से रह रहा है । उसके पास टप्पल थाने से फोन आया था और उस पर थाने में आकर स्पष्टीकरण देने के लिए दबाव बनाया जा रहा है । 27 जून से उसकी सेमेस्टर परीक्षाएं शुरू होने वाली है । टप्पल थाने से फोन आने के बाद से वह लगातार इस बात को लेकर परेशान है कि एनडीए की परीक्षा में पास कर चुका है और अब f.i.r. में नाम आने की वजह से कहीं उसे इसका खामियाजा न भुगतना पड़े।
दो महीनों से नही गया घर, 27 से शुरू हो रही सेमेस्टर परीक्षा
विपिन ने दावा किया कि वह 2 महीनों से अलीगढ़ नहीं गया है। बीते 2 महीनों से वह ब्रोचा छात्रावास में रह रहा है और लगातार क्लासेज कर रहा है। सबूत के तौर पर उसने एनबीटी ऑनलाइन को छात्रावास के मेस रजिस्टर की कॉपी भी दिखाई जिसमें उसकी उपस्थिति रोजाना दर्ज की गई है। इतना ही नहीं उसने अपने बैचमेट और अध्यापकों से भी इस बात की तस्दीक कराने का दावा किया। 17 जून को भी उसने छात्रावास में खाना खाया है।
अब विपिन सवाल पूछ रहा है कि आखिर वो बनारस में था तो एफआईआर में उसका नाम कैसे आ गया। 27 जून से विपिन की सेमेस्टर परीक्षाएं भी शुरू होने वाली है और अब वह इस बात से परेशान है कि वह परीक्षा दे या टप्पल थाने के चक्कर लगाए।
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