लखनऊ: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बाद अब सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) भी अंतर्राष्ट्रीय मंच पर भारत के प्रमुख सहयोगी देश के रूप में स्थापित इजरायल के कायल हो रहे हैं। भारत और इजरायल के बीच बीते 30 सालों से मजबूत राजनयिक संबंध स्थापित हैं। सीएम योगी के साथ हुई मुलाकात में इजरायल ने मजबूत सामरिक संबंधों का हवाला देते हुए कई अहम मुद्दों पर सहयोग की बात कही।
सीएम योगी आदित्यनाथ से उनके 5-कालिदास मार्ग स्थित सरकारी आवास पर इजराइल के राजदूत नाओर गिलोन के नेतृत्व में इजराइल के एक सरकारी प्रतिनिधमंडल ने भेंट की। भेंट-वार्ता के दौरान इजराइल के राजदूत ने हालिया विधानसभा चुनाव में अभूतपूर्व विजय पर मुख्यमंत्री को बधाई दी। वार्ता के दौरान राजदूत नाओर गिलोन ने कहा कि इजराइल और भारत के बीच मजबूत सामरिक संबंध हैं। यूपी के साथ हम कई क्षेत्रों में अच्छे सहयोगी की भूमिका में हैं। निकट भविष्य में इजरायल रक्षा, पुलिस आधुनिकीकरण, कृषि आधुनिकीकरण, किसानों को पानी के बेहतर उपयोग, बुंदेलखंड में पेयजल उपलब्धता और रक्षा उत्पादन के क्षेत्र में उत्तर प्रदेश का सहयोग करने जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत और इजराइल के द्विपक्षीय संबंध सतत प्रगाढ़ हो रहे हैं। दोनों देशों के बीच 30 साल से मजबूत राजनयिक संबंध रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2017 में अपनी इजरायल यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच सहयोग के विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की थी। इस दौरे में उत्तर प्रदेश का एक प्रतिनिधिमंडल भी शामिल था। हाल के वर्षों में भारत-इजराइल के परस्पर संबंधों ने नई ऊंचाइयों को छूआ है।
योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश दोनों देशों के बीच परस्पर सम्बंधों की बेहतरी में अपनी सकारात्मक भूमिका निभाने के लिए तत्पर है। इजराइल के सहयोग से उत्तर प्रदेश के जनपद बस्ती और कन्नौज में दो सेंटर ऑफ एक्सीलेंस स्थापित हुए थे, दोनों ही अपने उद्देश्यों में सफलता प्राप्त कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी योजना हॉर्टिकल्चर और सब्जी उत्पादन क्षेत्र में नए सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना की है। इस कार्य में भी हमें इजराइल से आवश्यक सहयोग प्राप्त होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश में स्थापित हो रहा डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरीडोर इजराइल के लिए निवेश के अवसरों से भरा हुआ है। हमारे पास विशाल भूमि है, पर्याप्त मानव संसाधन है। हम रक्षा उत्पादन की इच्छुक निवेशक कंपनियों को सभी जरूरी संसाधन उपलब्ध करा रहे हैं। इजराइल के लिए यह अच्छा मंच है। ड्रोन और एंटी ड्रोन तकनीक में इजराइल के पास अच्छा अनुभव है। यूपी डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरीडोर में निवेश के लिए विचार किया जाना चाहिए।
योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश का पुलिस बल दुनिया के विशालतम सिविल पुलिस बल में से एक है। हम अपने पुलिस बल के आधुनिकीकरण की योजना पर काम कर रहे हैं। इस कार्य में इजराइल हमें सहयोग कर सकता है। फरेंसिक लैब्स की स्ट्रेंथनिंग में भी इजराइल हमारा अच्छा सहयोगी बन सकता है। उन्होंने कहा कि आबादी के हिसाब से उत्तर प्रदेश भारत का सबसे बड़ा राज्य है। 25 करोड़ की जनसंख्या के साथ यहां बड़ा बाजार भी है। प्रदेश में कृषि के साथ-साथ खाद्य प्रसंस्करण के क्षेत्र में विकास की असीम संभावनाएं हैं। इजराइल इस क्षेत्र में अपने प्रस्ताव दे सकता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा नई दिल्ली के निकट यमुना इंडस्ट्रियल एक्सप्रेसवे पर मेडिकल डिवाइस पार्क का विकास किया जा रहा है। इजराइल की कम्पनियां यहां निवेश के लिए आमंत्रित हैं। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि बुंदेलखंड क्षेत्र में सिंचाई और पेयजल के क्षेत्र में इजराइल के तकनीकी सहयोग से नवीन परियोजना प्रस्तावित है। इसकी फिजिबिलिटी रिपोर्ट आ चुकी है, जल्द ही डीटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार हो जाएगी।
योगी ने कहा कि इस परियोजना की सफलता बुंदेलखंड के किसानों को 12महीने फसल प्राप्त करने में उपयोगी होगी और हर घर नल योजना अपने उद्देश्यों में सफल होगी। राजदूत ने कहा कि इजराइल की सरकार उत्तर प्रदेश सरकार के साथ मिलकर किसानों की आय बढ़ाने के लिए कृषि एवं सिंचाई के क्षेत्र में, पेजजल की बेहतर उपलब्धता और जल संरक्षण के क्षेत्र में जो कार्य कर रहे हैं, उसे आगे बढ़ाएंगे। इसके साथ साथ डिफेंस, पुलिस मॉडर्नाइजेशन और उद्योगों के विकास में तकनीक हस्तांतरण भी करेंगे। उत्तर प्रदेश और इजराइल संयुक्त समूह बनाकर इन कार्यों को गति देंगे।
सूबे की सरकार इजरायल के सहयोग से प्रदेश को पूरी तरह से हरा-भरा बनाने की योजना पर काम कर रही है। योजना को लेकर उत्तर प्रदेश के जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह से इजराइल की राजदूत इनात श्लीन से रविवार को मुलाकात की। इस दौरान राज्य को और हरा भरा बनाने तथा जल क्षेत्र में इजराइल और उत्तर प्रदेश के बीच चल रहे सहयोग को और मजबूती से आगे बढ़ाने पर विस्तृत वार्ता हुई।
रात्रि भोज के मौके पर इजराइल की राजदूत इनात श्लीन के साथ जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने यूपी में जल संरक्षण और जल संसाधन को लेकर चर्चा की। इस दौरान इजराइल की तकनीक से यूपी को और अधिक हराभरा बनाने पर भी सहमति बनी। प्रदेश में जल सहयोग को और बढ़ाने के लिए हुई इस चर्चा को यूपी के लिए बहुत महत्वपूर्ण माना जा रहा है। डिनर में इजराइली राजदूत के साथ यायर एशेल, डॉ. लियोर असफ भी शामिल रहे।
योगी सरकार के प्रथम कार्यकाल से ही इजराइल और उत्तर प्रदेश के बीच सहयोग जारी है। बस्ती जिले में भारत-इजराइल के संयुक्त सेंटर फॉर ऐक्सिलेंस में फल और सब्जी की अच्छी ब्रीड तैयार हो रही है। इससे प्रदेश के कई जिलों के किसानों को काफी फायदा हो रहा है। गौरतलब है कि पूर्व में साल 2018 में अपने भारत दौर के दौरान तत्कालीन प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की पीएम मोदी से मुलाकात के बाद दोनों देशों में 9 मुद्दों पर सहमति बनी थी। जिनमें से एक इजरायल की तकनीक का कृषि क्षेत्र में इस्तेमाल भी शामिल था।
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