लखनऊ: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के लखनऊ (Lucknow) के प्रतिष्ठित पीजीआई में इलाज के लिए नया नियम लागू कर दिया गया है। पीजीआई में अब आधार के बिना इलाज नहीं मिल सकेगा। यहां आधार नंबर के बिना मरीजों का पंजीकरण ही नहीं होगा। ओपीडी और इमरजेंसी में रजिस्ट्रेशन के लिए फॉर्म में अब मरीज का आधार नंबर भरना होगा। संस्थान में शुक्रवार से यह व्यवस्था लागू भी कर दी गई। पूर्व में मरीजों के लिए मिलने वाली विभिन्न प्रकार के परिचय पत्र की सुविधाओं को समाप्त कर दिया गया है।
पीजीआई में अभी तक मरीजों के रजिस्ट्रेशन के लिए कई तरह के पहचान पत्र मान्य थे, लेकिन अब सिर्फ आधार नंबर पर ही रजिस्ट्रेशन होगा। आधार में पता या कोई दूसरी जानकारी गलत है तो मरीज इसके साथ दूसरी आईडी लगा सकेंगे। वहीं, दूसरे देश के नागरिकों के लिए पासपोर्ट नंबर भरना जरूरी होगा। सीएमएस डॉ. गौरव अग्रवाल ने बताया कि भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआइई) के जिम्मेदारों के साथ बैठक के बाद यह फैसला लिया गया है। सरकार से निर्देश आया है कि किसी भी सरकारी योजना में लाभार्थियों का पूरा ब्योरा रखा जाए। इसके लिए आधार अनिवार्य किया गया है।
इमरजेंसी में बाद में दे सकेंगे आधार
सीएमएस डॉ. गौरव ने बताया कि इमरजेंसी में आने वाले मरीज का आधार नहीं है तो अडरटेकिंग लेकर रजिस्ट्रेशन किया जाएगा। इसके लिए सक्षम अधिकारी की अनुमति के बाद ही रजिस्ट्रेशन होगा, हालांकि बाद में मरीज या उसके परिवारीजनों को आधार जमा करना होगा। आधार की अनिवार्यता से उन लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं, जिनके पास आधार नंबर नहीं होगा।
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