गाजियाबाद: जिले में पुलिस की विजिबिलिटी बढ़ाने के हर रोज दावे किए जा रहे हैं। पुलिस कह रही है कि रात में सड़कों पर लगातार चेकिंग की जा रही है, बावजूद इसके बदमाश लगातार वारदात कर रहे हैं। कविनगर थाना क्षेत्र के गोविंदपुरम के कर्पूरीपुरम, विजय नगर और उसके आसपास के इलाकों में रिट्ज कार में आए चोरों ने एक दो नहीं बल्कि 10 गाड़ियों के शीशे तोड़कर और बोनट खोलकर एसीएम और बैटरी चोरी कर लीं। चोरी की कई वारदात सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई हैं। जिनमें सफेद रंग की रिट्स कार में आए 2 बदमाश चोरी करते दिख रहे हैं। वहीं, दूसरी तरफ मसूरी में हादसे के बाद पुलिस कस्टडी में खड़ी बस का भी चोर एसीएम निकाल ले गए। इस बारे में जब रोडवेज के कर्मचारियों ने शिकायत की तो पुलिस का जवाब था कि बस की सुरक्षा की जिम्मेदारी हमारी नहीं, बस में किसी कर्मचारी को छोड़ते तो वह देखरेख करता।
बता दें कि मसूरी पुलिस ने 22 अप्रैल को नोएडा डिपो की रोडवेज बस को एक्सीडेंट के बाद कब्जे में लेकर जेल चौकी पास खड़ा किया था। कानूनी औपचारिकता के बाद जब रोडवेज कर्मचारी बस को छुड़ाने गए तो उसका एसीएम गायब मिला। जब उन्होंने इस बारे में चौकी प्रभारी से पूछा तो उन्होंने अभद्रता करते हुए कहा कि बस की सुरक्षा पुलिस की नहीं, बस चलाने वालों की जिम्मेदारी है। बस की सुरक्षा के लिए एक व्यक्ति को बस में ही छोड़ना चाहिए था। बाद में मामला एसएसपी तक पहुंचा तो इसमें रिपोर्ट दर्ज की गई।
चंद मिनटों में कार से निकाली बैटरी
जानकारी के अनुसार, रिट्ज कार में आए बदमाशों से सोमवार तड़के करीब 3 से साढ़े 3 बजे के बीच वारदात को अंजाम दिया। इस दौरान सामने आई सीसीटीवी फुटेज में बदमाशों ने एक कार से बैटरी या एसीएम निकालने में महज 3 से 4 मिनट ही लगाए। कर्पूरीपुरम के रहने वाले सपा के महानगर कमिटी के सचिव चेतन यादव ने बताया कि उनकी कार समेत उनके दोस्त अमित और सुमित की कार का शीशा तोड़कर चोर एसीएम और बैटरी चोरी कर ले गए। तीनों ने गोविंदपुरम चौकी में शिकायत दी है। जिसके बाद स्वर्णजयंतीपुरम और शताब्दीपुरम में भी 6 कारों की बैटरी और एसीएम चोरी कर लिए गए। सुबह उठने पर जब लोगों ने कार को स्टार्ट किया तो उन्हें इसकी जानकारी हुई।
विजयनगर में भी 2 कारों से चोरी
कविनगर थाना क्षेत्र जैसे ही गश्त के हालात विजयनगर क्षेत्र में भी हैं। यहां सेक्टर-9 में सफेद रंग की रिट्ज कार में आए बदमाशों ने सुनील कुमार और रूपेंद्र यादव की कार का हैंडल लॉक तोड़कर बैटरी निकाल ली। यह वारदात भी 26 मई की रात करीब 3 बजे हुई। सीसीटीवी कैमरे में रिट्ज कार में आए 2 बदमाश दिखाई दिए हैं। दोनों वारदातों में सिर्फ कार का नंबर अलग है। हालांकि गोविंदपुरम में हुई घटना के बाद नंबर को चेक करने के बाद वह किसी एसयूवी का निकला।
रात में गश्त का सिर्फ दावा क्यों?
पीड़ितों का आरोप है कि पुलिस रात में अलर्ट रहने और गश्त का सिर्फ दावा करती है, जबकि हकीकत इससे अलग है। गश्त के नाम पर खानापूर्ति की जाती है। पीड़ित चेतन यादव ने बताया कि रात में पुलिस का मूवमेंट पूरे क्षेत्र में काफी कम है। जिससे चोरों के हौसले बढ़ रहे हैं। बीते 3 दिनों में एक ही गैंग शहर की सड़कों पर वारदात कर रहा है और पुलिस हाथ पर हाथ रखकर बैठी है।
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