सार
जब से विश्वविद्यालय की मुख्य परीक्षाएं शुरू हुई हैं, तब से कई गड़बड़ियां सामने आ चुकी हैं। कहीं पेपर आउट हुआ तो कहीं सामूहिक नकल पकड़ी गई। इन मामलों में विश्वविद्यालय प्रशासन ने कई परीक्षा केंद्रों पर कार्रवाई भी की है।
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आगरा के डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय प्रशासन का मुख्य परीक्षा के दौरान एक और गड़बड़झाला सामने आया है। सीसीटीवी कैमरे के माध्यम से सामूहिक नकल पकड़े जाने पर डीआरजी महाविद्यालय, धनीपुर, अलीगढ़ (कोड 530) परीक्षा केंद्र को निरस्त करके जिस कॉलेज को केंद्र बनाया गया था, उसे एक दिन बाद ही बदल दिया गया। उसकी जगह दूसरा केंद्र बना दिया गया। डीआरजी महाविद्यालय की आपत्ति पर ही यह कदम उठाया गया।
विश्वविद्यालय की मुख्य परीक्षा में 13 मई को कंट्रोल रूम ने विश्वविद्यालय के अधिकारियों को मां जानकी देवी महाविद्यालय, हाथरस (कोड 695) और श्रीरामस्वरूप गंगा प्रसाद कॉलेज, एटा (कोड 940) में सामूहिक नकल पकड़े जाने की रिपोर्ट दी थी। दोनों केंद्रों की संबंधित पाली की परीक्षा और परीक्षा केंद्र को निरस्त करने के आदेश किए गए। 14 मई को श्रीरामस्वरूप गंगा प्रसाद कॉलेज, एटा (कोड 940) का नाम कार्रवाई से हटा दिया गया।
कंट्रोल रूम की रिपोर्ट- गलती से चला गया नाम
कंट्रोल रूम ने रिपोर्ट दी कि गलती से इस केंद्र का नाम चला गया था। नकल की वीडियो क्लिप डीआरजी महाविद्यालय, अलीगढ़ का बताया गया और कंट्रोल रूम ने लिखित रिपोर्ट अधिकारियों को दी। विश्वविद्यालय प्रशासन ने श्रीरामस्वरूप गंगा प्रसाद कॉलेज के खिलाफ की गई कार्रवाई निरस्त की गई। डीआरजी महाविद्यालय, अलीगढ़ के खिलाफ कोई कार्रवाई करने से पहले वीडियो की अधिकारियों ने जांच की।
18 मई को विश्वविद्यालय प्रशासन ने डीआरजी महाविद्यालय परीक्षा केंद्र को निरस्त कर दिया। केंद्र पर पंडित लक्ष्मी नारायण मेमोरियल महाविद्यालय, टप्पल और डीआरजी महाविद्यालय की छात्राएं परीक्षा दे रही थीं। परिवर्तित केंद्र बोहरे मोहनलाल मेमोरियल महाविद्यालय, जट्टारी को बना दिया गया। 19 मई को विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से बोहरे मोहनलाल मेमोरियल महाविद्यालय केंद्र को हटाकर उसकी जगह कृष्णा महाविद्यालय, सुजानपुर खैर को परीक्षा केंद्र बना दिया गया।
डीआरजी महाविद्यालय का केंद्र अब 14.7 किलोमीटर अधिक दूर
गूगल मैप के अनुसार डीआरजी महाविद्यालय से बोहरे मोहनलाल मेमोरियल महाविद्यालय की दूरी महज 2.8 किलोमीटर है। उसे हटाकर जो केंद्र बाद में बनाया गया (कृष्णा महाविद्यालय, सुजानपुर) की दूरी 17.5 किलोमीटर है। डीआरजी महाविद्यालय की छात्राओं को परीक्षा देने के लिए अब 14.7 किलोमीटर अधिक दूर जाना पड़ रहा है।
डीआरजी कॉलेज ने रास्ता खराब होने पर आपत्ति दर्ज कराई थी
परीक्षा नियंत्रक की जिम्मेदारी संभाल रहे कुलसचिव संजीव कुमार सिंह ने बताया कि डीआरजी कॉलेज की ओर से आपत्ति दर्ज कराई गई थी कि उसके यहां से बोहरे मोहनलाल मेमोरियल महाविद्यालय का रास्ता ठीक नहीं है, दूसरे कॉलेजों के बीच राजनैतिक प्रतिद्वंद्विता है। इसलिए परीक्षा केंद्र बदल दिया गया।
नकल के मामले में कार्रवाई में भी दोहरी नीति
एक ही अपराध में कार्रवाई के नाम पर भी विश्वविद्यालय प्रशासन ने दोहरी नीति अपनाई है। 13 मई को सामूहिक नकल की रिपोर्ट मिलने पर मां जानकी देवी और श्रीरामस्वरूप गंगा प्रसाद कॉलेज दोनों की संबंधित पाली की परीक्षा और परीक्षा केंद्र निरस्त करने के आदेश कर दिए गए थे।
श्रीरामस्वरूप गंगा प्रसाद कॉलेज की जगह डीआरजी कॉलेज का नाम आने पर कार्रवाई बदल गई। जांच के बाद केंद्र निरस्त कर दिया गया, संबंधित पाली की परीक्षा निरस्त करने पर निर्णय नहीं लिया गया। विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति प्रो. अजय तनेजा का कहना है कि जांच में दोनों केंद्रों के नकल के तरीकों में अंतर दिखा। यूएफएम कमेटी मामले में निर्णय लेगी।
विस्तार
आगरा के डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय प्रशासन का मुख्य परीक्षा के दौरान एक और गड़बड़झाला सामने आया है। सीसीटीवी कैमरे के माध्यम से सामूहिक नकल पकड़े जाने पर डीआरजी महाविद्यालय, धनीपुर, अलीगढ़ (कोड 530) परीक्षा केंद्र को निरस्त करके जिस कॉलेज को केंद्र बनाया गया था, उसे एक दिन बाद ही बदल दिया गया। उसकी जगह दूसरा केंद्र बना दिया गया। डीआरजी महाविद्यालय की आपत्ति पर ही यह कदम उठाया गया।
विश्वविद्यालय की मुख्य परीक्षा में 13 मई को कंट्रोल रूम ने विश्वविद्यालय के अधिकारियों को मां जानकी देवी महाविद्यालय, हाथरस (कोड 695) और श्रीरामस्वरूप गंगा प्रसाद कॉलेज, एटा (कोड 940) में सामूहिक नकल पकड़े जाने की रिपोर्ट दी थी। दोनों केंद्रों की संबंधित पाली की परीक्षा और परीक्षा केंद्र को निरस्त करने के आदेश किए गए। 14 मई को श्रीरामस्वरूप गंगा प्रसाद कॉलेज, एटा (कोड 940) का नाम कार्रवाई से हटा दिया गया।
कंट्रोल रूम की रिपोर्ट- गलती से चला गया नाम
कंट्रोल रूम ने रिपोर्ट दी कि गलती से इस केंद्र का नाम चला गया था। नकल की वीडियो क्लिप डीआरजी महाविद्यालय, अलीगढ़ का बताया गया और कंट्रोल रूम ने लिखित रिपोर्ट अधिकारियों को दी। विश्वविद्यालय प्रशासन ने श्रीरामस्वरूप गंगा प्रसाद कॉलेज के खिलाफ की गई कार्रवाई निरस्त की गई। डीआरजी महाविद्यालय, अलीगढ़ के खिलाफ कोई कार्रवाई करने से पहले वीडियो की अधिकारियों ने जांच की।
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