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जबकि भारतीय रिजर्व बैंक ने बुधवार को रेपो दर में 40 आधार अंकों की बढ़ोतरी की, बाहरी बेंचमार्क से जुड़े फ्लोटिंग रेट ऋणों का अनुपात मार्च 2020 में 9.3% से बढ़कर दिसंबर 2021 में 39.2% हो गया, जिससे तेजी से संचरण में मदद मिली।
एमसीएलआर में निरंतर गिरावट और कम दरों पर ऋणों के आवधिक पुनर्निर्धारण से उधारकर्ताओं को लाभ हुआ है।
हालांकि, दरों में बढ़ोतरी के बाद अब इसमें बदलाव होने जा रहा है।
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