गोरखपुर : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath janta Darshan) शुक्रवार को जनता दर्शन में भीड़ देखकर नाराज हो गए। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि अगर इन लोगों की सुनवाई कार्यालयों व थानों पर होती तो लोग यहां नहीं आते। उन्होंने इस प्रवृत्ति को खत्म करने की ताकीद की है। शुक्रवार को मुख्यमंत्री ने जनता दर्शन में करीब 200 लोगों की फरियाद सुनी।
मुख्यमंत्री योगी शुक्रवार को करीब सवा आठ बजे हिंदू सेवा आश्रम में जनता दर्शन के लिए पहुंचे। हमेशा की तरह शुक्रवार को भी महिलाओं की संख्या अधिक रही। एक-एक कर मुख्यमंत्री योगी सभी के पास पहुंचे। उनसे उनकी समस्याएं के बारे में जाना। मौके पर मौजूद अधिकारियों को प्रार्थना पत्र सौंपते हुए उन्हें तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए। शुक्रवार को सर्वाधिक मामले भूमि पैमाइश, सीमांकन और पुलिस में दर्ज मुकदमों की विवेचनाओं में लापरवाही के साथ ही आरोपितों की गिरफ्तारी न होने को लेकर रहीं, कुछ पारिवारिक विवाद के मसले भी मुख्यमंत्री के सामने आए।
जनता दर्शन के दौरान शुक्रवार को कुछ लोगों ने मुख्यमंत्री से आर्थिक मदद की मांग की तो कुछ ने नौकरी लगवाने की बात कही। मुख्यमंत्री ने उनका आवेदन लेकर मदद करने का आश्वासन दिया। इस दौरान कमिश्नर रवि कुमार एनजी, डीएम विजय किरण आनंद, डीआईजी, एसएसपी डॉ. विपिन टाडा और एसपी सिटी कृष्णा विश्नोई मौजूद रहे।
शुक्रवार सुबह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरु गोरखनाथ का दर्शन कर पूजन किया। इसके बाद अखंड ज्योति का दर्शन कर ब्रह्मलीन गोरक्षपीठाधीश्वर द्वय महंत दिग्विजयनाथ एवं महंत अवेद्यनाथ की समाधि पर माथा टेक कर आशीर्वाद लिया। इसके बाद गोशाला में पहुंच कर करीब 20 मिनट तक गोशाला में सेवा की। इसके साथ ही उन्होंने कालू और गुल्लू को भी दुलारा।
More Stories
Lucknow की ‘लेडी डॉन’ ने आईएएस की पत्नी बनकर महिलाओं से ठगी की, 1.5 करोड़ रुपये हड़पे
पार्वती, कालीसिंध और चंबल परियोजना में मप्र में 22 बांधा, एमपी के 13 सौंदर्य को मिलेगा फायदा
झारखंड में भाजपा ने 30 बागी प्रत्याशियों को पार्टी से निकाला