लखनऊः उत्तर प्रदेश में विधान परिषद चुनाव की मतगणना जारी है। राज्य में एमएलसी की 36 सीटों पर चुनाव होना था लेकिन 9 सीटों पर बीजेपी के प्रत्याशी निर्विरोध निर्वाचित कर लिए गए हैं। 27 सीटों पर सपा का बीजेपी के साथ कड़ा मुकाबला है। बीजेपी के निर्विरोध जीत पर अलग-अलग तरह की प्रतिक्रियाएं सामने आई हैं। सपा के नेताओं का मानना है कि विधान परिषद के चुनावों में सत्ताधारी दल का प्रभाव रहता है, लेकिन लोकतंत्र में ‘निर्विरोध’ जैसे शब्द नहीं होने चाहिए। एमएलसी की 27 सीटों पर बीते 9 अप्रैल को चुनाव हुए हैं। अब मतगणना हो रही है। हम आपको बताने वाले हैं कि वे 9 सीटें कौन सी हैं, जहां बीजेपी के प्रत्याशियों ने निर्विरोध जीत हासिल की है।
1. लखीमपुर खीरी से बीजेपी ने अनूप गुप्ता को मैदान में उतारा था। सपा की ओर से अनुराग पटेल उम्मीदवार थे लेकिन जिला निर्वाचन अधिकारी ने उनका नामांकन खारिज कर दिया। इससे अनूप गुप्ता यहां से निर्विरोध निर्वाचित हो गए।
2. बुलंदशहर-गौतमबुद्ध नगर विधान परिषद क्षेत्र में सपा को दलबदल के चलते नुकसान हुआ है। यहां सपा के नेता नरेंद्र भाटी चुनाव से ठीक पहले बीजेपी में शामिल हो गए। बीजेपी ने उन्हें विधान परिषद चुनाव में उम्मीदवार बना दिया। भाटी निर्विरोध विधायक चुन लिए गए हैं।
3. बांदा में 5 प्रत्याशियों का नामांकन खारिज किया गया। इसके बाद बीजेपी के उम्मीदवार जितेंद्र सिंह सेंगर निर्विरोध चुनाव जीत गए।
4. एटा से बीजेपी ने आशीष यादव को अपना उम्मीदवार बनाया था। यादव निर्विरोध चुनाव जीत गए हैं।
5. मथुरा सीट पर सपा ने दो प्रत्याशियों पर दांव लगाया था। उदयवीर सिंह और राकेश यादव उसके प्रत्याशी थे लेकिन तकनीकी गड़बड़ी के चलते जिला प्रशासन ने दोनों के ही पर्चे खारिज कर दिए। इसके बाद बीजेपी के ओम प्रकाश सिंह निर्विरोध चुन लिए गए।
6. बदायूं में बीजेपी के वागीश पाठख को जीत मिली है। उनके खिलाफ खड़े सपा प्रत्याशी सिनोद कुमार शाक्य ने अपना नाम वापस ले लिया था।
7. हरदोई में भी सपा उम्मीदवार रजिउद्दीन ने अपना नाम वापस ले लिया था। इसके बाद बीजेपी के अशोक अग्रवाल को निर्विरोध विजेता घोषित कर दिया गया।
8. अलीगढ़-हाथरस सीट पर बीजेपी और एसपी में खींचतान देखने को मिली थी। सपा ने जसवंत सिंह यादव को इस सीट से प्रत्याशी बनाया था। बीजेपी ने सिंह के 3 प्रस्तावकों पर आपत्ति जताई थी। बाद में सिंह का नामांकन ही रद्द कर दिया गया और उनके सामने खड़े बीजेपी के चौधरी शिवपाल सिंह निर्विरोध चुन लिए गए। जसवंत सिंह मौजूदा एमएलसी हैं।
9. मिर्जापुर-सोनभद्र सीट पर तीन प्रत्याशी थे। सपा के प्रत्याशी रमेश सिंह थे, जिन्होंने आखिरी समय में अपना नाम वापस ले लिया था। एक निर्दलीय प्रत्याशी प्रेमचंद भी चुनावी मैदान में थे। उनके नामांकन पत्र में कई कमियां सामने आई थीं, जिसके बाद उनका पर्चा निरस्त कर दिया गया था। दोनों प्रत्याशियों के मैदान से हटने के बाद बीजेपी के श्याम नारायण सिंह उर्फ विनीत सिंह निर्विरोध एमएलसी चुन लिए गए।
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