Lucknow Crime News: चौकीदार ही निकला चोर का साझीदार…मदद पाकर चोरी करने वाले दो गिरफ्तार, जानिए पुलिस ने कैसे पकड़ा – Lok Shakti

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Lucknow Crime News: चौकीदार ही निकला चोर का साझीदार…मदद पाकर चोरी करने वाले दो गिरफ्तार, जानिए पुलिस ने कैसे पकड़ा

लखनऊ: चोरी की घटनाओं के बाद खुद को बचाने का चोरों ने शानदार प्लान तैयार किया था। उन्होंने एक नेपाली चौकीदार (Nepali Guard) को अपनी तरफ मिला लिया। इसके बाद चोरी की घटनाओं को अंजाम देने लगे। लगातार बढ़ते मामलों को देखते हुए पुलिस ने जब आधुनिक तरीके के माध्यम से छानबीन शुरू की तो पूरे मामले का खुलासा हुआ। गोमतीनगर पुलिस (Gomtinagar Police) ने दो ऐसे चोरों को गिरफ्तार किया है जो नेपाली चौकीदार साथी की मदद से बंद मकानों में चोरी करते थे। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज और सर्विलांस की मदद से दोनों को गिरफ्तार किया है। हालांकि, नेपाली साथी पुलिस की पकड़े से दूर है। पुलिस ने उनके पास से सोने चांदी के बने 28 तरह के बर्तन, मूर्तियां और जूलरी बरामद की है।

एडीसीपी ईस्ट एसएम कासिम आब्दी ने बताया कि जनवरी से गोमतीनगर और गोमतीनगर विस्तार इलाके में लगातार बढ़ रही चोरियों पर अंकुश लगाने के लिए बनाई गई पुलिस की टीमें एसीपी गोमतीनगर श्वेता श्रीवास्तव के नेतृत्व में काम कर रही थी। छानबीन के दौरान गोमतीनगर इंस्पेक्टर केके तिवारी की टीम को जनवरी लास्ट में विवेकखंड निवासी बजरंग सिंह के वहां चोरी के दौरान फुटेज मिले थे। सर्विलांस टीम ने संदिग्ध नंबरों की मदद से चोरों को चिह्नित कर लिया।

एसीपी ने दी जानकारी
एसीपी श्वेता श्रीवास्तव ने बताया कि सोमवार तड़के चोरों की लोकेशन हेनीमैन चौराहे के पास मिली। लोकेशन का पीछा करते हुए एसआई अमित कुमार, विवेक चौधरी, कमलेश यादव, क्राइम टीम प्रभारी रजनीश वर्मा, कॉन्स्टेबल मुकेश चौधरी, रणधीर सिंह और वैभव मौके पर पहुंचे और घेराबंदी कर दो चोरों को दबोच लिया। पकड़े गए चोरों की पहचान छोटा भरवारा निवासी अर्जुन कश्यप और चंदन ठाकुर के रूप में हुई, जबकि नेपाल निवासी चौकीदार राजीव फरार है। इंस्पेक्टर ने बताया कि राजीव बचपन में गोमतीनगर में ही रहता था वह और चंदन हाई स्कूल तक एक ही कक्षा में साथ पढ़ते थे।

पत्नी और मां ने चंदन को बताया बेकसूर
अपनी एक माह की बेटी के साथ गोमतीनगर थाने के बाहर बैठी पत्नी संगम और मां कांति ने चंदन को बेकसूर बताया है। संगम ने दावा किया है कि 10 साल पहले तक चंदन आपराधिक गतिविधियों में लिप्त था, लेकिन शादी के बाद वह सुधर गया और ई-रिक्शा चलाकर रोजी रोटी कमाने लगा। संगम का कहना था कि उसकी बेटी जहां पढ़ती है, उस स्कूल में 20,800 रुपये फीस बाकी है। अगर चंदन चोर होता तो बेटी की फीस पहले ही जमा कर दी जाती। संगम ने पुलिस पर पुराने केस को लेकर चंदन को फर्जी फंसाने का आरोप लगाया है।