गोरखपुर: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत (RSS Chief Mohan Bhagwat) गोरखपुर में हैं। रविवार को संघ प्रमुख ने स्वयंसेवकों से कहा कि समाज से भेदभाव दूर करने का कार्य ही स्वयंसेवकों का गुण होता है। उन्होंने स्वयंसेवकों का आह्वान किया है कि समाज को सभी विकारों से मुक्त करके समरसता भाव वाले सामाजिक परिवेश को तैयार करने का काम किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा है कि लंबे समय से समाज-तोड़क संवादों को सामाजिक समरसता से ही दूर किया जा सकता है।
रविवार को यहां माधवधाम में आरएसएस की प्रांत स्तर तक की छोटी-छोटी बैठकों में संघ प्रमुख ने कार्य विस्तार, कार्यकर्ता विकास, सामाजिक सद्भाव, सामाजिक समरसता और पर्यावरण विषय पर चर्चा करते हुए पर्यावरण के असंतुलन व दुष्प्रभावों को भी रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि पर्यावरण को संतुलित बनाना सभी का मौलिक दायित्व है। प्रशिक्षण से जागरूकता फैलाकर पर्यावरण को संतुलित बनाने का प्रयास करना चाहिए। स्वच्छता पर स्वयंसेवकों से बात करते हुए संघ प्रमुख ने कहा कि ग्रामीण, शहरी क्षेत्रों में साफ-सफाई बेहतर हो तो बीमारी नही घेरेगी। संघ प्रमुख सोमवार और मंगलवार को भी गोरखपुर में स्वयंसेवकों से मुखातिब होंगे।
RSS Chief Mohan Bhagwat ने कार्यकर्ताओं को शपथ दिलाई कि मैं घर वापसी कराने के लिए काम करूंगा
आरएसएस प्रमुख से मिले सीएम योगी
उधर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को माधवधाम जाकर आरएसएस प्रमुख से मुलाकात की। दोनों के बीच 30 मिनट तक अलग-अलग मुद्दों पर मंत्रणा हुई। समझा जा रहा है कि दोनों के बीच विधानसभा चुनाव में प्रचंड बहुमत के बाद बनने जा रही सरकार की कल्याणकारी योजनाओं पर भी बातचीत हुई।
काशी में पांच दिन चलेगी संघ प्रमुख भागवत की पाठशाला
उधर, राष्ट्रीय स्वयं सेवक (आरएसएस) के सर संघचालक मोहन भागवत गोरखपुर प्रवास के बाद पांच दिवसीय दौरे पर 23 मार्च को काशी पहुंचेंगे। काशी आने से पहले मोहन भागवत गाजीपुर में सिद्धपीठ हथियाराम मठ में अधिष्ठात्री देवी बुढ़िया माई का दर्शन-पूजन करेंगे। इसके बाद सिद्धपीठ के पीठाधीश्वर एवं जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर स्वामी भवानी नंदन यति महाराज से भेंटवार्ता कर आशीर्वाद ग्रहण करेंगे।
RSS Chief Mohan Bhagwat: धर्मशाला में बोले संघ प्रमुख- सभी लोगों का डीएनए एक है
27 मार्च को संघ प्रमुख का बड़ा कार्यक्रम बीएचयू के स्वतंत्रता भवन में
लंबे समय बाद काशी आ रहे संघ प्रमुख अनुषांगिक संगठनों के प्रतिनिधियों, स्वयंसेवकों और दिग्गज नेताओं के साथ कई सत्रों की बैठक में ग्राम विकास, कुटुम्ब प्रबोधन, गोरक्षा व सामाजिक समरसता आदि पर गहन मंथन करेंगे। संघ कुनबे के विस्तार, दलित तथा अति पिछड़ों के बीच दखल बढ़ाने की रणनीति भी तय करेंगे। प्रवास के अंतिम दिन 27 मार्च को संघ प्रमुख का बड़ा कार्यक्रम बीएचयू के स्वतंत्रता भवन में होगा। इस कार्यक्रम में संघ कार्यकर्ताओं के साथ ही काशी के धर्माचार्य, प्रबुद्धजन भी शामिल होंगे। संघ प्रमुख तमाम मुद्दों पर अपनी राय रखेंगे। काशी प्रवास के दौरान संघ प्रमुख एक दिन के लिए योगी आदित्यनाथ के शपथ ग्रहण समारोह में लखनऊ जा सकते हैं।
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