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अब PM Modi का मिशन गुजरात अभियान, प्रधानमंत्री के ‘विजन’ ने ही चार राज्यों में दिलाई ‘विक्ट्री’,

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की लगातार सफलता का मंत्र ‘विजन टू विक्ट्री’ भी है। वे थकते नहीं हैं और भविष्य की ओर देखते हुए लगातार जीत जाने तक काम करते हैं। चार राज्यों में बीजेपी की बंपर जीत के बाद ‘मोहे कहां विश्राम’ के अंदाज में पीएम मोदी अगले मिशन पर लग गए। दूसरी पार्टियां जब हार का शोक मना रही थीं…तब पीएम मोदी ने इस साल के अंत में होने वाले गुजरात विधानसभा चुनाव की जमीनी तैयारियों का बिगुल भी फूंक दिया।

चार राज्यों में बंपर जीत के अगले ही दिन गुजरात में 10 किमी लंबा रोड शो, उत्तर प्रदेश समेत 4 राज्यों के विधानसभा चुनाव में बड़ी जीत हासिल करने के बाद भाजपा अब मिशन गुजरात पर जुटती दिख रही है। पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव के नतीजे आए और उसकी अगली ही सुबह पीएम नरेंद्र मोदी गुजरात पहुंच गए। गुजरात में बीते साल पूरी सरकार ही बदल दी गई थी और भूपेंद्र सिंह पटेल को मुख्यमंत्री बनाया गया। इसके अलावा नितिन पटेल समेत तमाम पुराने नेताओं को कैबिनेट से बाहर कर दिया गया।

उत्तर प्रदेश में भले ही योगी सरकार दोबारा सत्तासीन होगी, लेकिन यूपी में जीत से यह तय हो गया कि चुनाव का अहम चेहरा प्रधानमंत्री मोदी थे, जिन्होंने केंद्र की योजनाओं और सबका साथ-सबका विकास से मूल मंत्र से हर वर्ग के लोगों, दलितों, पिछड़ों और वंचितों को अपना मुरीद बनाया, जिसके चलते बीजेपी को इतने वोट मिले। प्रधानमंत्री मोदी के ही चुनाव का चेहरा होने की कहानी उत्तराखंड से और करीबी से समझी जा सकती है, यहां तो पुष्कर सिंह धामी बीजेपी की ओर से तीसरे मुख्यमंत्री थे।

अब माना जा रहा है कि पीएम नरेंद्र मोदी ही गुजरात विधानसभा चुनाव का सबसे अहम चेहरा होंगे। भले ही चुनाव में 8-9 महीने का वक्त बचा है, लेकिन भाजपा की तैयारियों को देखते हुए समझा जा सकता है कि वह इसे कितनी गंभीरता से ले रही है। पीएम नरेंद्र मोदी ने खुद ट्वीट कर सुबह गुजरात जाने की जानकारी दी थी। पीएम मोदी ने ट्वीट किया था, “गुजरात निकल रहा हूं। आज और कल कई आयोजनों में शामिल रहूंगा। आज शाम को 4 बजे पंचायत महासम्मेलन को संबोधित करूंगा। यहां पंचायती राज संस्थानों से जुड़े कई प्रतिनिधि मौजूद रहेंगे।”

प्रधानमंत्री के करीब दस किलोमीटर लंबे रोड शो में लाख लोग रू-ब-रू और वर्चुअल माध्यम से जुड़े। यही नहीं पंचायती राज सम्मेलन में भी करीब एक लाख लोगों ने भाग लिया। प्रधानमंत्री ने इस सम्मेलन को अपनी मातृभाषा गुजराती में संबोधित कर लाखों गुजरातियों का दिल जीत लिया। इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने पंचायती राज के प्रतिनिधियों को आह्वान किया कि जमीनी स्तर के विकास कार्यों को करके ग्रामीण विकास और गांवों को आत्मनिर्भर बनाने के महात्मा गांधी के सपनों को साकार करना है।