सार
पार्टी में शामिल होने वालों को यदि जातिगत आधार पर देखा जाए तो सबसे ज्यादा ब्राह्मण नेता शामिल हुए। इसके बाद पिछड़ी जाति फिर अनुसूचित जाति और अल्पसंख्यक समाज से जुड़े लोग शामिल हुए।
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भारतीय जनता पार्टी को प्रदेश में मिली जीत के लिए माहौल बनाने में उन नेताओं का नाम भी बताया जा रहा है, जो पिछले कुछ महीनों के अंदर सपा, बसपा, कांग्रेस सहित अन्य पार्टियों को छोड़कर भाजपा में शामिल हुए हैं।
शामिल होने वालों में अधिकांश लोग विपक्षी दलों में बड़े ओहदे पर भी रहे हैं। चुनाव से पहले अकेले कानपुर बुंदेलखंड क्षेत्र में 98 नेताओं ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की थी। जबकि पूरे प्रदेश से शामिल होने वालों की संख्या 424 है।
इसमें सभी जातियों से जुड़े लोग हैं। इसमें सपा प्रमुख अखिलेश के गढ़ इटावा से शामिल होने वाले विपक्षी नेताओं की संख्या 14 है। विधानसभा चुनाव 2022 की रणभेरी बजने के साथ ही भाजपा ने पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ. लक्ष्मीकांत वाजपेयी की अध्यक्षता में ज्वाइनिंग कमेटी का गठन किया था। कमेटी गठन के बाद से भाजपा में शामिल होने वालों का सिलसिला तेज हो गया।
पार्टी में शामिल होने वालों को यदि जातिगत आधार पर देखा जाए तो सबसे ज्यादा ब्राह्मण नेता शामिल हुए। इसके बाद पिछड़ी जाति फिर अनुसूचित जाति और अल्पसंख्यक समाज से जुड़े लोग शामिल हुए। 62 महिला और 362 पुरुष नेता दूसरी पार्टियां छोड़कर भाजपा में आए।
पार्टी में शामिल होने वालों की संख्या के हिसाब से अवध क्षेत्र पहले स्थान पर तो कानपुर क्षेत्र दूसरे पर रहा। कहा जा रहा है कि शामिल होने वाले विभिन्न बिरादरी से जुड़े नेताओं ने भाजपा के पक्ष में माहौल बनाया। यह भी चर्चा है कि पहली बार इतने कम समय में इतनी अधिक संख्या में विपक्षी दलों के लोगों ने भाजपा को ज्वाइन किया।
भाजपा में शामिल विपक्षी दलों के प्रमुख लोगों की संख्या
अवध क्षेत्र-114
कानपुर क्षेत्र-98
पश्चिम क्षेत्र-63
काशी क्षेत्र-62
गोरखपुर क्षेत्र-60
बृज क्षेत्र–27
कुल संख्या -424
जातिगत आधार पर संख्या
ब्राह्मण-122, पिछड़ी जाति-99, ठाकुर-87 अनुसूचित जाति-57, वैश्य-33 अल्पसंख्यक-22, अनूसूचित जनजाति-1, अन्य-2
विस्तार
भारतीय जनता पार्टी को प्रदेश में मिली जीत के लिए माहौल बनाने में उन नेताओं का नाम भी बताया जा रहा है, जो पिछले कुछ महीनों के अंदर सपा, बसपा, कांग्रेस सहित अन्य पार्टियों को छोड़कर भाजपा में शामिल हुए हैं।
शामिल होने वालों में अधिकांश लोग विपक्षी दलों में बड़े ओहदे पर भी रहे हैं। चुनाव से पहले अकेले कानपुर बुंदेलखंड क्षेत्र में 98 नेताओं ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की थी। जबकि पूरे प्रदेश से शामिल होने वालों की संख्या 424 है।
इसमें सभी जातियों से जुड़े लोग हैं। इसमें सपा प्रमुख अखिलेश के गढ़ इटावा से शामिल होने वाले विपक्षी नेताओं की संख्या 14 है। विधानसभा चुनाव 2022 की रणभेरी बजने के साथ ही भाजपा ने पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ. लक्ष्मीकांत वाजपेयी की अध्यक्षता में ज्वाइनिंग कमेटी का गठन किया था। कमेटी गठन के बाद से भाजपा में शामिल होने वालों का सिलसिला तेज हो गया।
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