Lok Shakti

Nationalism Always Empower People

जमशेदपुर की बेटी राशिका फंसी यूक्रेन में, उसके घर से मात्र दो किलोमीटर पर ही हुआ धमाका, परिजनों ने बचाने की लगायी गुहार

Advt

Jamshedpur: भारत के झारखंड राज्‍य के जमशेदपुर की एक बेटी यूक्रेन में विपरीत हालातों का सामना कर रही है. वह बड़े सपने लेकर वहां गई थी. भरोसा था क‍ि भारत पूरी तामिल हासिल कर लौटेगी और अपने वतन की सेवा करेगी. लेकिन हद तब हो गयी जब बिट‍िया के मुसीबत में पड़ने की खबर परिजनों को सकते में डाल गयी. वे हेरान हैं, परेशान हैं और मदद की गुहार लगा रहे हैं.

जी हां, बात हो रही है जमशेदपुर की बिटिया रशिका की

advt

रूस ने यूक्रेन पर हमला कर जंग की शुरुआत कर दी है. इधर जंग शुरू होते ही यूक्रेन में आवाजाही बंद हो चुकी है. इस घटना से भारत के कई छात्र और कामगार यूक्रेन में ही फंस गए हैं. जमशेदपुर शहर के व्यापारी संजय कुमार खेमका की 24 वर्षीय बेटी रशिका खेमका भी उन्ही में से एक हैं. संजय साकची के न्यू बाराद्वारी में रहते हैं. जंग शुरू होने की बात सुन उनका पूरा परिवार डरा सहमा सा है. यूक्रेन के ओडिसा में मौजूद राशिका ने भारतीय समय के अनुसार सुबह 7.30 बजे अपने पिता संजय खेमका को फोन कर इलाके में हमला होने की जानकारी दी. पांच मिनट बात होने के बाद ही राशिका ने फोन काट दिया. हालांकि, इसके बाद राशिका कई बार फोन कर स्थिति की जानकारी देती रही. राशिका यूक्रेन के ओडिशा स्थित ओडिशा नेशनल मेडिकल यूनिवर्सिटी की फाइनल ईयर की छात्रा है. चार साल पहले ही उसने यूक्रेन से मेडिकल की पढ़ाई शुरू की थी.

सुबह बेटी ने फोन किया और पापा आई लव यू कहने लगी- संजय

advt

संजय खेमका ने बताया कि गुरुवार सुबह 7.30 बजे वे घर पर सोए हुए थे. अचानक से फोन बजा, देखा तो बेटी ने फोन किया था. फोन उठाते ही बेटी ने पापा आई लव यू, आई लव यू कहने लगी. उन्हें कुछ समझ नहीं आया क‍ि बेटी ऐसा क्यों कह रही है. पूछने पर उसने बताया कि थोड़ी देर पहले ही उसके घर से थोड़ी दूरी पर धमाका हुआ है. पांच मिनट तक बात करने के बाद बेटी ने फोन काट दिया. सुबह 11 बजे उसने दोबारा से फोन कर बताया कि इलाके में एक और धमाका हुआ है जिससे उसके घर की दीवार में भी दरार आ गई है और इलाके में सारी दुकानें बंद हो गई है, सड़के सुनसान हो गई है. इसके बाद बेटी फोन कर स्थिति की जानकारी देती रही. संजय ने बताया कि उनकी बेटी के को एक मैप दिया गया है जिसमें बंकर को दिखाया गया है जो क‍ि उसके घर से 3 किलोमीटर की दूरी पर है. उसे बताया गया है कि तीन बार सायरन बजने पर मैप को फॉलो करते हुए बंकर की ओर जाना है. अब तक एक बार सायरन बज चुका है.

ये भी पढ़ें- चाईबासा: कांग्रेस भवन में जयंती पर याद किए गए बागुन सुम्बरुई, आदर्शों को अपनाने का संकल्‍प

Like this:

Like Loading…

advt