राजीव गांधी के पुत्र राहुल गांधी के हाथ में सत्ता तो नहीं है परंतु वे अभी भी अपने आपको राजा समझे हुये हैं। यही नहीं कांग्रेस की आईटीसेल प्रमुख राम्या भी अपने आपको ब्रिटेन की महारानी से कम नहीं समझती हैं। उसके द्वारा ष्टछ्वढ्ढ को बेंच फि क्सर कहने के कारण उसके खिलाफ मामला दर्ज हो चुका है।
२७ अप्रैल के संपादकीय में राम्या द्वारा दस वर्ष पूर्व की गई एक ट्वीट का हवाला देते हुये यह स्पष्ट किया गया था कि राम्या का संबंध भगोड़े विजय माल्या से रहा है। इसी कारण से उसे कांग्रेस में बड़ी जिम्मेदारी मिली।
कुछ दिन पहले कांग्रेस और अन्य विपक्षी पार्टियों ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उनकी सरकार पर उत्तराखंड के मुख्य न्यायाधीश केएम जोसेफ को सर्वोच्च न्यायालय का न्यायधीश नहीं बनाने पर गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी थी।
उन्होंने प्रधान मंत्री मोदी और उनकी सरकार पर झूठे आरोप लगाए कि न्यायमूर्ति केएम जोसेफ को सुप्रीम कोर्ट का न्यायाधीश नियुक्त करने की कालेजियन की सिफारिश को मंजूर नहीं किया गया। सरकार बदले की नीयत रखी। क्योंकि वह उत्तराखंड में राष्ट्रपति शासन को रद्द करने का आदेश पारित कर चुके हैं।
जजों पर कॉलिजियम की सिफारिश को वापस भेजना केंद्र का अधिकार: कहना है सुप्रीम कोर्ट का।
जस्टिस जोसेफ को नियुक्त न करने पर बोली कांग्रेस- न्यायपालिका में दखल दे रही है सरकार।
अब कांग्रे्रस से, राहुल गांधी से, कपिल सिब्बल से पूछना चाहिये कि वे न्यायपालिका किसे समझते हैं? क्या सुप्रीम कोर्ट से बड़ी कोई न्यायपालिका है?
हां है। इलाहाबाद हाईकोर्ट के फैसले को धत्ता बताते हुये इंदिरा गांधी ने इमरजेंसी लागू कर दी थी। उनके पुत्र राजीव गांधी ने अपनी माता इंदिरा गांधी द्वारा लगाई गई इमरजेंसी का समर्थन करते हुये कहा था कि यदि आवश्यक्ता पड़ी तो वे स्वयं भी इमरजेंसी लगाने में नहीं हिचकेंगे।
अब राजीव गांधी के पुत्र राहुल गांधी के हाथ में सत्ता तो नहीं है परंतु वे अभी भी अपने आपको राजा समझे हुये हैं।
सच पूछा जाये तो राहुल गांधी और उनके चाटुकारों पर न्यायपालिका की अवहेलना करने के कारण मुकदमा दायर होना चाहिये। उन्हे याद करना चाहिये – संजय गांधी के लंगोटिया यार रहे हैं कमलनाथ, उनकी खातिर जज पर फेंक दिया था कागज का गोला, पहुंचे थे जेल।
सर्वोच्च न्यायालय ने गुरुवार को कहा कि वह एक वकील की उस याचिका पर सुनवाई करेगा, जिसमें उसने विभिन्न राजनेताओं व वकीलों पर न्यायपालिका के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने के आरोप लगाए हैं. प्रधान न्यायाधीश दीपक मिश्रा, न्यायमूर्ति ए.एम.खानविलकर व न्यायमूर्ति डी.वाई.चंद्रचूड़ की पीठ ने मामले की सुनवाई अगले हफ्ते के लिए सूचीबद्ध कर लिया है.
संभव है उसके बाद बड़बोली कांग्रेस के कई नेता के विरूद्ध राम्या जैसे ही मुकदमें दायर हों और फिर वे केजरीवाल बनकर माफी मांगना प्रारंभ कर दें।
सुप्रीम कोर्ट कोलेजीयम ने केएम जोसेफ सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश के पद पर चयन को स्थगित कर दिया और केंद्र की सलाह पर विचार किया। यह कांग्रेस को बड़ा झटका है।
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