दरअसल: 725 पन्ने… 6 लुक… और संजय दत्त – Lok Shakti

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दरअसल: 725 पन्ने… 6 लुक… और संजय दत्त

राजकुमार हिरानी इस दौर के बेहतरीन और संवेदनशील फिल्म डायरेक्टर हैं। अभी तक उनकी फ़िल्में मास और क्लास में एक सामान पसंद की जाती रही हैं। दर्शकों के हर तबके को उनकी फ़िल्मों से कुछ न कुछ मिलता है। उनका भी मकसद रहता है कि दर्शकों को मनोरंजन के साथ कुछ सन्देश भी मिले। अभी तक उनकी फ़िल्में अभिजात जोशी की मदद से काल्पनिक चरित्रों पर लिखी जाती रही हैं। ऐसी फिल्मों में चरित्र निर्देशक के नियंत्रण में रहते हैं। वे उन्हें अपने हिसाब से चरित्रों को नयी परिस्थितियों में डाल कर सोचे हुए निष्कर्ष तक ले जा सकते हैं। हिरानी अपने किरदारों को दर्शकों के बीच प्रिय बनाने में सफल रहे हैं।
पड़ोसी देश चीन के दर्शक भी उन्हें पसंद करने लगे हैं। आमिर खान के साथ हिरानी की फ़िल्में भी चीन में खूब चली हैं। इस बार वह अपनी सफलता की लकीर छोड़ कर एक नयी रह पर चले हैं, मुन्नाभाई सीरीज की तैयारियों के दौरान संजय दत्त से हो रही बातचीत में उन्हें उनकी ज़िन्दगी किसी फ़िल्म की कहानी के लिए उपयुक्त लगी। संजय दत्त को हम सभी उनकी प्रचलित छवि के अनुसार जानते हैं। हिरानी को संजय दत्त ने अनसुनी घटनाएं बतायीं। उन घटनाओं ने ही हिरानी को उनकी ज़िन्दगी पर बायोपिक के लिए प्रेरित किया।