अभिषेक कुमार झा, वाराणसी: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election) में एक ऐसी सीट भी होने वाली है, जहां एक ही परिवार से निकले राजनीतिक दल के दो धड़ों के बीच चुनावी जंग हो सकती है। वाराणसी की रोहनिया विधानसभा सीट (Rohania Assembly Seat) पर भारतीय जनता पार्टी (Bhartiya Janta Party) अपना दल (एस) को टिकट दे सकती है। वहीं, समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) की ओर से यह सीट अपना दल (के) को दिए जाने की संभावना जताई जा रही है। इस प्रकार बेटी और मां के दलों के बीच मुकाबला इस सीट पर देखने को मिल सकता है। इस पर अपना दल (के) की अध्यक्ष कृष्णा पटेल (Krishna Patel) ने करारा हमला बोला है।
वाराणसी में यूपी चुनाव (UP Chunav) के आखिरी चरण में वोटिंग होनी है, लेकिन जिले में राजनीतिक तापमान बढ़ने लगा है। अपना दल कमेरावादी की अध्यक्ष कृष्णा पटेल रोहनिया विधानसभा में एक जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान वे बीजेपी गठबंधन की ओर से अपना दल अनुप्रिया पटेल गुट से संभावित लड़ाई पर मीडिया के सवालों पर भड़क गईं। कृष्णा पटेल ने कहा कि बीजेपी उनके परिवार को कमजोर कर रही है। उन्होंने कहा कि आप लोग भी रजवाड़े परिवार से आने वाले सोनिया गांधी और मेनका गांधी के ऊपर सवाल नही उठाते।
भाजपा की पार्टी को कमजोर करने की रणनीति
समाजवादी पार्टी से गठबंधन के तहत रोहनिया और पिंडरा सीट पर इस बार अपना दल कमेरावादी चुनाव लड़ सकती है। तैयारियों के बाबत अपना दल कमेरावादी की अध्यक्ष कृष्णा पटेल आज रोहनिया विधानसभा पहुंचीं । वहां मीडिया से बात करते हुए जब उनसे सवाल किया गया कि बीजेपी ने आपके परिवार की अनुप्रिया पटेल के दल को यहां से चुनाव मैदान में उतारने का इरादा किया है तो इस बात पर वह भड़क गई । उन्होंने कहा कि जहां कहीं भी उनका परिवार लड़ता है, बीजेपी उन्हें कमजोर करती है। बीजेपी हमारे परिवार को कमजोर करना चाहती है। लेकिन इस बार लड़ाई संविधान बचाने की है। बीजेपी मनुस्मृति लाना चाहती है।
अनुप्रिया रोहनिया से पहुंच चुकी हैं विधानसभा
वर्ष 2012 के परिसीमन में रोहनिया एक नए विधानसभा क्षेत्र के रूप में सामने आई। करीब 3 लाख 91 हज़ार मतदाताओं वाली ये विधानसभा गंगापुर की 65 और कैंट विधानसभा की 47 ग्राम पंचायतों को मिलाकर बनाया गया है। इस विधानसभा क्षेत्र एनएच 2 गुजरती है और इसी हाईवे के किनारे इस विधानसभा का अधिकांश क्षेत्र पड़ता है। पटेल बाहुल्य इस क्षेत्र में 2012 में सोनेलाल पटेल की अपना दल से अनुप्रिया पटेल ने चुनावी जीत दर्ज की। इसके बाद वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में अपना दल के भाजपा से गठबंधन होने पर मिर्जापुर से सांसद बनी।
उप चुनाव में हारी थी कृष्णा पटेल
2014 में हुए उपचुनाव में सपा के दिग्गज और मंत्री सुरेंद्र पटेल के भाई महेंद्र पटेल ने रोहनिया सीट से जीत दर्ज की। इस उपचुनाव में अनुप्रिया पटेल की मां कृष्णा पटेल को हार का सामना करना पड़ा। इसी उपचुनाव में हार के बाद अपना दल में अनुप्रिया पटेल और कृष्णा पटेल के बीच मनमुटाव शुरू हुआ और अपना दल में दो फाड़ हो गया। वर्ष 2017 के चुनाव में यह सीट भाजपा के सुरेंद्र सिंह ओढ़े ने जीती। सपा और कांग्रेस के मिलकर चुनाव लड़ने के बाद भी महेंद्र पटेल इस सीट को बचा नही सके थे।
कृष्णा पटेल ने भाजपा पर बोला है जोरदार हमला
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